नई दिल्ली: दिल्ली की राउज ऐवन्यू कोर्ट ने कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी है. कोर्ट ने पहलवानों को चार्जशीट देने का आदेश दिया है.
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने अपना प्रदर्शन वापस ले लिया है. पहलवानों ने साफ किया है कि अब लड़ाई कोर्ट में होगी, रोड पर नहीं. इसपर बृजभूषण शऱण सिंह ने कहा है कि अदालत अपना काम करेगी. बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि उनके खिलाफ यौन शोषण का केस अभी अदालत में है और अदालत अपना काम करेगी.
तीनों पहलवानों ने टि्वटर पर एक बयान में कहा, ‘इस मामले में पहलवानों का संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, लेकिन यह लड़ाई अदालत में होगी, सड़क पर नहीं. डब्ल्यूएफआई में सुधार के संबंध में वादे के मुताबिक चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है. हम 11 जुलाई के चुनाव को लेकर सरकार द्वारा किए गए वादों के पूरा होने का इंतजार करेंगे.’
5 महीने चला आंदोलन
पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप लगाते हुए जनवरी 2023 में जंतर मंतर पर धरना शुरू किया था. बृजभूषण शरण के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के पद से हटाने की मांग की. मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण के खिलाफ दो अलग-अलग शिकायतों के आधार पर एफआईआर दर्ज की. हालांकि, कोर्ट में पेश चार्जशीट में दिल्ली पुलिस ने बताया कि नाबालिग पहलवान ने आरोपों को वापस ले लिया है.