हेमंत शर्मा, रायपुर। फैक्ट्री के कैशियर से 31 लाख रुपये की लूट के मामले को राजधानी पुलिस ने 4 दिन के भीतर सुलझा लिया है। पुलिस ने लूट के सभी 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरी वारदात का पर्दाफाश कर दिया है।

मामले का खुलासा करते हुए रायपुर आईजी डॉ आनंद छाबड़ा ने बताया कि केस को सुलझाने के लिए पुलिस की 30 सदस्यीय टीम लगातार काम कर रही थी। सीसीटीवी कैमरे खंगाला जा रहा था, इसके साथ ही एक टीम फैक्ट्री में काम छोड़ चुके लोगों और क्षेत्र के बदमाशों की तस्दीक कर रही थी। इसी दौरान टीम को मुखबीर से एक महत्वपूर्ण इनपुट मिला कि एक आरोपी हेमंत साहू उसे लूट की घटना में शामिल होने के लिए कह रहा था। इस सूचना पर पुलिस ने हेमंत साहू और कंपनी में काम करने वाले हिन्छाराम साहू को हिरासत में लेकर पूछताछ किया।

पुलिस के पूछताछ में हिन्छाराम बार-बार अपना बयान बदल रहा था। इससे पुलिस का शक और ज्यादा गहरा हो गया। पुलिस ने आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया। पुलिस को पूछताछ में जानकारी मिली की आरोपी चार पहिया वाहन से गोवा भाग रहे हैं। जिसके बाद राजधानी पुलिस ने गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही और मध्यप्रदेश की अनूपपुर पुलिस को सूचना दी। अनूपपुर पुलिस के सहयोग से राजधानी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट के 25 लाख रुपये बरामद कर लिया है।

पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें हिंछाराम साहू, हेमंत साहू, टिकेंद्र सेन, भूषण वर्मा, हेम कल्याण कोसले, हरीश पटेल, डोमेश साहू, भूपेंद्र पटेल, लिकेश पटेल है। इस पूरी वारदात का मास्टर माइंड हेमंत साहू और हिन्छाराम साहू है।

राजधानी पुलिस को मिली सफलता पर डीजीपी डीएम अवस्थी ने मामला सुलझाने वाली टीम को 50 हजार रुपये, आईजी आनंद छाबड़ा ने 30 हजार और एसएसपी अजय यादव ने 20 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की।