अजयारविंद नामदेव, शहडोल। अक्सर पुलिस पर सख्ती और आरोप-प्रत्यारोप लगते रहते हैं। लेकिन शहडोल जिले के बुढार थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने एक ऐसा कदम उठाया, जिसने वर्दी के पीछे छिपे इंसानियत के चेहरे को सामने ला दिया।
ट्रेन से गिरी महिला की मौत
उड़ीसा के जाजपुर जिले के ग्राम सुकरण निवासी 65 वर्षीय रोईबो महतो अपने बेटे के साथ दमोह से उत्कल ट्रेन में सवार होकर उड़ीसा लौट रही थीं। सुबह करीब 6 बजे शहडोल जिले के बुढार थाना क्षेत्र अंतर्गत रेलवे साइडिंग के पास अचानक वे ट्रेन से गिर गईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रेलवे अधिकारियों ने घटना की सूचना तुरंत बुढार थाना पुलिस को दी।
थाना प्रभारी संजय जायसवाल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे, पंचनामा और अन्य पुलिसिया कार्यवाही पूरी कर शव को परिजनों को सौंप दिया। मृत महिला के बेटे ने थाना प्रभारी से भावुक अपील की कि मां का अंतिम संस्कार यहीं हिंदू रीति-रिवाज से कराया जाए। बेटे की इस गुजारिश पर थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने बिना देर किए न सिर्फ अनुमति दी, बल्कि खुद सहयोग करते हुए अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था करवाई।
मानवता की मिसाल
बुढार थाना प्रभारी द्वारा हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कराए जाने की खबर पूरे क्षेत्र में फैल गई। लोगों ने इस कार्य की जमकर सराहना करते हुए कहा कि पुलिस सिर्फ कानून-व्यवस्था संभालने वाली ताकत नहीं है, बल्कि समाज में इंसानियत की सबसे बड़ी ताकत भी है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वर्दी केवल कानून की कठोरता का प्रतीक नहीं है, बल्कि उसमें इंसानियत और संवेदनाओं की भी गहरी ताकत छिपी होती है। बुढार थाना प्रभारी संजय जायसवाल का यह कदम आने वाले वक्त तक इंसानियत की मिसाल के रूप में याद किया जाएगा।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें