संतोष राजपूत, शुजालपुर। शाजापुर जिले के शुजालपुर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में स्टेनो हिंदी की पूरक परीक्षा में कलेक्टर के वर्तमान प्रभारी स्टेनो को वीआईपी ट्रीटमेंट देने का मामला सामने आया है। बंद कमरे में स्टेनो वरुण जोशी की परीक्षा हुई। जिससे परीक्षा और जिम्मेदार सवालों के घेरे में आ गए हैं।
मामला शाजापुर के शुजालपुर में सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में स्टेनो हिंदी की पूरक परीक्षा का है। यहां कलेक्टर के वर्तमान प्रभारी स्टेनो को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया। बंद कमरे में स्टेनो वरुण जोशी की परीक्षा हुई और कलेक्टर के पुराने स्टेनो बीपी लेवे परीक्षक के रूप में कमरे में नकल रोकने की जिम्मेदारी निभाते हुए देखे गए। इतना ही नहीं उड़नदस्ते का प्रभारी भी शाजापुर आईटीआई के पूर्व प्राचार्य ओपी सोलंकी (वर्तमान में उज्जैन जिले में पदस्थ) को तैनात किया गया था। इन सब परिस्थितियों को अफसर संयोग बता रहे हैं। वहीं अतिरिक्त समय देने पर प्राचार्य ने कहा कि बिजली गुल होने की वजह से जो समय खराब हुआ था, ऑफलाइन परीक्षा में वह समय बढ़ाकर परीक्षार्थियों को दिया गया।
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खास बात तो यह है कि इस परीक्षा में नियमित रूप से सरकारी या निजी आईटीआई में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को शामिल होना था। परीक्षा के एडमिट कार्ड के अनुसार शाजापुर कलेक्टर दिनेश जैन के प्रभारी सहायक स्टेनो वरुण जोशी वर्ष 2020 में शुजालपुर की निजी आईटीआई एपेक्स संस्था में नियमित विद्यार्थी के रूप में अध्ययनरत रहकर 80 प्रतिशत दिन कक्षाओं में उपस्थित रहे। वे शुजालपुर मे पूरक परीक्षा देने आए। दोपहर 2:30 बजे परीक्षा शुरू हुई तो कैमरे को देखकर परीक्षा कक्ष का कमरा लगा दिया गया। बाद में कारण बताया गया कि डिक्टेशन के दौरान बाहर के शोर से विद्यार्थियों को डिस्टर्ब न हो, इसलिए दरवाजा लगाया गया। कुल 50 मिनट की परीक्षा 2:30 पर शुरू हुई, लेकिन 20 मिनट अतिरिक्त समय देने पर मीडिया ने सवाल किया तो बताया गया कि बिजली गुल होने से जो समय व्यतीत हुआ, वह अतिरिक्त दिया गया।
पूरे शैक्षणिक सत्र में कलेक्ट्रेट में नौकरी के साथ ही कक्षाओं में नियमित विद्यार्थी बन स्टेनो महाशय कैसे उपस्थित रहे? इस सवाल का जवाब वे ठीक से नहीं दे पाए। उन्होंने कहा कि मैं बेक की परीक्षा दे रहा हूं, यह रेगुलर वाला कोर्स नहीं है। बहरहाल सवाल तो ये है परीक्षा की पारदर्शिता तय करने के लिए पूर्व स्टेनो व वर्तमान स्टेनो की परीक्षा कक्ष में उपस्थिति पर किसी ने ध्यान क्यों नहीं दिया?।
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