लखनऊ. गाय के नाम पर पूरे देश में गुंडागर्दी कम होने का नाम नहीं ले रही है. भाजपा लाख दावे करे औऱ पीएम मोदी लाख अपील करें लेकिन उसका कोई असर कथित हिंदूवादियों पर नहीं पड़ रहा है. गौरक्षा के नाम पर हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है.
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में अपनी बीमार गाय का इलाज कराने 70 साल के बुजुर्ग सरकारी अस्पताल जा रहे थे. इसी दौरान गाय उनसे छूटकर इधर-उधर भागने लगी. फिर क्या था, गोरक्षा के नाम पर गुंडों की भीड़ ने पहले बुजुर्ग को बुरी तरह से पीटा फिर उनके चेहरे पर कालिख पोती और पैरों में जंजीर बांधकर सड़क में घुमाया.
इस घटना में पीड़ित कैलाशनाथ शुक्ला को गंभीर चोटे आई हैं. उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शर्मनाक बात ये है कि पुलिस आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने के बजाय उनको ही बचाने में लगी है. बुजुर्ग ने आरोप लगाया कि उनकी शिकायत के बाद भी पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की. वहीं इस घटना में बजुर्ग का एक हाथ टूट गया है जबकि उनको कई जगह गंभीर चोटें आई हैं.
सूबे की योगी सरकार भले ही गौरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी न करने देने की बात करती हो लेकिन सच्चाई ये है कि अराजक तत्व खुलेआम गौरक्षा के नाम पर कानून का तमाशा बना रहे हैं. सरकार के साथ साथ प्रशासन भी इन गुंडों के सामने नतमस्तक है.