मथुरा. आरक्षण को लेकर जहां सवर्णों में खासा गुस्सा है. वहीं, अब साधु संत भी इसके खिलाफ मैदान में उतर आए हैं. शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती ने कहा कि आरक्षण को पूरी तरह खत्म कर दिया जाना चाहिए.
आरक्षण को खत्म करने की वकालत करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि आरक्षण के बजाय सरकार को समाज के सभी वर्गों को तरक्की के समान अवसर देते हुए सबकी भलाई औऱ विकास के प्रयास किए जाने चाहिए.
सरकार द्वारा नए लागू किए गए एससी-एसटी एक्ट के दुरुपयोग पर चिंता जताते हुए शंकराचार्य ने कहा कि जिनको हर जगह विशेष सुविधा मिल रही हो उनको कोई क्या सताएगा. उन्होंने नेताओं की तुष्टीकरण की नीति का विरोध करते हुए कहा कि उनको हर वर्ग की तरक्की के लिए काम करना चाहिए न कि किसी वर्ग विशेष की.