Share Market: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच दो लोकप्रिय पेनी स्टॉक इंटीग्रा एसेंशिया लिमिटेड और जी जी इंजीनियरिंग लिमिटेड में विलय की खबर है. इन दोनों पेनी स्टॉक की कीमतें 4 रुपए से भी कम हैं. इंटीग्रा एसेंशिया लिमिटेड +0.050 (1.45%) की तेजी के साथ 3.51 रुपये पर कारोबार कर रहा है. वहीं जीजी इंजीनियरिंग लिमिटेड −0.0100 (0.58%) की गिरावट के साथ 1.71 पर कारोबार कर रहा है.

जीजी इंजीनियरिंग लिमिटेड (GG Engineering Limited) ने इंटेग्रा एसेंशिया लिमिटेड (Integra Essentia Limited) के साथ विलय की स्कीम बनाई है. विलय का उद्देश्य एक मजबूत संयुक्त इकाई (GG Engineering) बनाना है. साथ ही दोनों कंपनियों के निवेशकों और इससे जुड़े  (Integra Essentia) लोगों को लाभ पहुंचाना है.

Share Market: जी जी इंजीनियरिंग लिमिटेड

ट्रांसफरर कंपनी (जीजी इंजीनियरिंग लिमिटेड) 23 जनवरी 2006 को निगमित एक कंपनी है और इसका पंजीकृत कार्यालय मुंबई में है. कंपनी बुनियादी ढांचा क्षेत्र में काम करती है. यह विभिन्न उद्योगों के लिए स्टील उत्पाद बनाती है.

इसकी अधिकृत शेयर पूंजी 1.50 करोड़ रुपए है. 1,65,00,00,000 में 1,58,44,98,800 इक्विटी शेयर शामिल हैं, जिनकी कीमत 1 रुपए प्रति शेयर है, जिन्हें जारी किया गया है और सब्सक्राइब किया गया है. योजना की स्वीकृति तिथि के अनुसार, 4,50,00,000 बकाया परिवर्तनीय वारंट रिकॉर्ड तिथि से पहले इक्विटी शेयरों में परिवर्तित हो जाएंगे.

इंटेग्रा एसेंशिया लिमिटेड

हस्तांतरित कंपनी (इंटेग्रा एसेंशिया लिमिटेड) 6 अगस्त, 2007 को निगमित एक कंपनी है, जिसका कार्यालय नई दिल्ली में है. कंपनी चार वाणिज्यिक क्षेत्रों में काम करती है, जैसे कृषि उत्पाद, कपड़ा, इंफ्रा और ऊर्जा.

इसकी अधिकृत शेयर पूंजी 1,25,00,00,000 रुपये है, जिसमें 1 रुपए प्रति शेयर के 1,06,76,90,544 इक्विटी शेयर शामिल हैं, जिन्हें जारी किया गया है, जिन्हें पूरी तरह से सब्सक्राइब किया गया है.

Share Market: विलय की क्या है वजह ?

दस्तावेज में दोनों कंपनियों के विलय के कई कारण बताए गए हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि विलय से स्टील उत्पादों में जीजी इंजीनियरिंग की विशेषज्ञता को इंटीग्रा एसेंशिया के इंफ्रा सेक्शन के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे परिचालन दक्षता और बाजार प्रतिस्पर्धा में वृद्धि होगी.

इससे शेयरधारकों के लिए मूल्य सृजन का अवसर मिलेगा. दोनों कंपनियों के शेयरधारकों को कम वित्तीय लागत, बेहतर लाभप्रदता और संभावित व्यावसायिक विस्तार के अवसरों से लाभ मिलने की उम्मीद है.

विलय के बाद केंद्रीय प्रबंधन के साथ कंपनी के विकास की बेहतर संभावनाएं हैं. इस विलय का उद्देश्य प्रबंधन संरचना को सरल बनाना है.