Share Market Update: देश का शेयर बाजार बुधवार को एक बार फिर सुर्खियों में है. हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन 25 जून को सेंसेक्स 550 अंक की छलांग लगाकर 82,600 के पार पहुंच गया, जो हाल के महीनों में सबसे मजबूत इंट्राडे तेजी मानी जा रही है. निफ्टी भी 150 अंकों की बढ़त के साथ 25,200 पर कारोबार कर रहा है.

इस उछाल की खास बात यह है कि बाजार में लगभग हर सेक्टर हरे निशान में नजर आ रहा है. IT, ऑटो, रियल्टी, फाइनेंस, FMCG से लेकर बैंकिंग तक—हर इंडेक्स चढ़ाव पर है. NSE के 50 में से 46 शेयरों में तेजी ने इस रैली को और मजबूत बनाया है.

सेंसेक्स-निफ्टी की बुलेट ट्रेन: कौन कर रहा रफ्तार तेज?

सेंसेक्स के 30 में से 29 शेयर चढ़े, जिसमें अडाणी पोर्ट्स, पावर ग्रिड, HUL जैसे दिग्गजों ने 1% से ज्यादा की बढ़त दर्ज की. सिर्फ एशियन पेंट्स ऐसा शेयर रहा जो लाल निशान में दिखा. दूसरी ओर निफ्टी में मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स ने भी बेंचमार्क को सपोर्ट किया, जिससे बाजार की ‘ब्रॉड रैली’ की पुष्टि होती है.

दुनियाभर के बाजारों में पॉजिटिव माहौल: ग्लोबल रैली का भारत पर असर

एशियाई बाजारों में भी तेजी का माहौल है. हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.87% की तेजी के साथ 24,388 पर पहुंच गया है. चीन का शंघाई कंपोजिट 3,427 पर 0.20% ऊपर है. जापान का निक्केई हल्की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है, लेकिन कोरिया का कोस्पी इंडेक्स सकारात्मक बना हुआ है.

वहीं अमेरिका में भी बीते मंगलवार को तीनों प्रमुख इंडेक्स ने दमदार प्रदर्शन किया. डाउ जोन्स 1.19%, नैस्डेक 1.43% और S&P 500 1.11% चढ़कर बंद हुए. इसका सीधा असर भारतीय बाजार की ओपनिंग पर पड़ा.

FII-DII का गणित: विदेशी निवेशकों ने की बिकवाली, घरेलू निवेशकों ने दिखाई हिम्मत

24 जून को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने ₹5,266.01 करोड़ की बिकवाली की, जो चौकाने वाला डेटा है, जबकि घरेलू निवेशकों (DIIs) ने ₹5,209.60 करोड़ की खरीदारी कर बाजार को गिरने से बचा लिया.

जून महीने में अब तक FIIs की कुल बिकवाली ₹3,243.18 करोड़ रही है, लेकिन DIIs ने लगभग ₹67,587.67 करोड़ की नेट खरीदारी करके बाजार की रीढ़ साबित की है. मई में भी यही ट्रेंड दिखा, जब FIIs ने ₹11,773.25 करोड़ और DIIs ने ₹67,642.34 करोड़ की खरीदारी की थी.

IT, ऑटो और रियल्टी स्टॉक्स की नई जान: निवेशकों की नजर कहां जाए?

आज की रैली में सबसे बड़ी भूमिका IT सेक्टर की कंपनियों ने निभाई. इंफोसिस, टीसीएस और विप्रो जैसे स्टॉक्स 2% तक की तेजी में दिखे. ऑटो इंडेक्स में मारुति और टाटा मोटर्स जैसे स्टॉक्स ने दम दिखाया, जबकि रियल्टी में DLF और गोदरेज प्रॉपर्टीज ने बढ़त में योगदान दिया.

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में अगर विदेशी निवेश की धार कमजोर भी पड़ी, तो घरेलू संस्थान और मिडकैप-लार्जकैप सेक्टर इस तेजी को बनाए रख सकते हैं.

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