Share Market: हफ्ते की शुरुआत भारतीय शेयर बाजार के लिए उत्साह से भरी रही. ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच सेंसेक्स ने 450 अंक की तेज बढ़त के साथ 83,700 के स्तर को छुआ. निफ्टी भी 150 अंक चढ़कर 25,642 पर कारोबार करता दिखा. बाजार की इस तेजी के पीछे निवेशकों के भरोसे, विदेशी पूंजी के प्रवाह और आईटी व डिफेंस सेक्टर में मजबूती का संयुक्त असर देखने को मिला.

सुबह की शुरुआत: लाल से हरे तक का तेज सफर
मार्केट खुलने के कुछ मिनट बाद तक स्थिति सामान्य थी, लेकिन 9:20 बजे के बाद अचानक रफ्तार पकड़ ली. सेंसेक्स ने तेजी से 83,500 का स्तर छू लिया, जबकि निफ्टी 25,560 तक पहुंच गया.
सेंसेक्स के 30 में से 24 शेयर हरे निशान में रहे, जबकि केवल 6 स्टॉक्स लाल रहे. BEL, इंफोसिस और एशियन पेंट्स सबसे मजबूत प्रदर्शन करने वाले शेयर रहे, जिनमें करीब 1 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई.
ग्लोबल बाजारों से मिले मिले-जुले संकेत
एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिला.
- जापान का निक्केई 0.98 प्रतिशत चढ़कर 50,766.89 पर बंद हुआ
- कोरिया का कोस्पी 2.89 प्रतिशत उछलकर 4,067.88 के स्तर पर पहुंचा
- हांगकांग का हैंगसेंग 0.58 प्रतिशत ऊपर रहा
- चीन का शंघाई कंपोजिट मामूली 0.037 प्रतिशत गिरावट के साथ नीचे फिसला
पश्चिमी बाजारों में भी यही मिश्रित स्थिति देखी गई. डाउ जोन्स 0.16 प्रतिशत बढ़ा, नैस्डैक 0.21 प्रतिशत ऊपर रहा, जबकि S&P 500 में 0.13 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. इन परिस्थितियों से साफ था कि भारतीय बाजार इस समय घरेलू कारकों से ज्यादा प्रभावित हो रहा है.
विदेशी निवेशकों की वापसी से बदला माहौल
7 नवंबर के आंकड़ों ने बाजार की धारणा को मजबूती दी. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने ₹5,147.92 करोड़ की खरीदारी की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने ₹6,135.12 करोड़ के शेयर खरीदे.
अक्टूबर में FPI ने ₹14,610 करोड़ निवेश किए थे, जबकि सितंबर में जबरदस्त बिकवाली के दौरान उन्होंने ₹35,301 करोड़ के शेयर बेच दिए थे.
तेजी से बदला यह रुख बताता है कि विदेशी निवेशक अब भारत की आर्थिक स्थिति पर फिर भरोसा दिखा रहे हैं.
पिछले शुक्रवार की गिरावट के बाद मिली तेजी
पिछले शुक्रवार सेंसेक्स 95 अंक गिरकर 83,216 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 17 अंक फिसलकर 25,492 पर रुका था. इसी वजह से सोमवार की मजबूत शुरुआत ने बाजार में नई ऊर्जा भर दी और निवेशकों का भरोसा लौटा दिया.
आगे क्या? विशेषज्ञों की नजर अगले लक्ष्यों पर
विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी निवेश का सकारात्मक रुझान जारी रहा तो सेंसेक्स 84,000 के स्तर को भी पार कर सकता है. आईटी, डिफेंस और ऑटो सेक्टर में मजबूती आने वाले दिनों में तेजी को सपोर्ट कर सकती है.
हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में किसी भी समय मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है.
असली सवाल: इस तेजी का मास्टरमाइंड कौन?
क्या यह तेजी विदेशी निवेशकों की वापसी का नतीजा है?
क्या सरकार की नीतियों का असर दिख रहा है?
या फिर यह केवल एक साइक्लिक उछाल है?
इन सवालों पर बाजार फिलहाल विचार कर रहा है, लेकिन इतना तय है कि सोमवार की सुबह भारतीय निवेशकों के लिए लंबे समय बाद मुस्कान लेकर आई.
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