ल​क्ष्मीकांत बंसौड़, बालौद. डौंडी क्षेत्र के जल संसाधन विभाग द्वारा किए गए विकास कार्य का पोल भी बीते दिनों हुई बारिश में ही खुल गया. डौंडी मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर की दुरी पर लगे गांव लखमाटोला से कांडे जाने वाले ग्रामीणों की सुविधा के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा 49 लाख 47 हजार की लागत से नवनिर्मित एनीकट कम रपटा डैम बनकर अभी लोगों के उपयोग में आया भी नहीं था कि इस पुल पर बना एनिकट कम रपटा डैम एक ही बारिश के पानी में पूरी तरह से बह गया.

इस मामले को लेकर ब्लॉक कांग्रेस द्वारा ने तहसील कार्यालय का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की गई. प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने पुल पर बने एनिकट कम रपटा डैम के एक ही बारिश के पानी में पूरी तरह से बह जाने के मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इस दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम नायाब तहसीलदार को एक ज्ञापन भी सौपा है.

ग्रामीणों का आरोप है कि पुल निर्माण का काम डौंडी में ही पदस्थ इंजीनियर के देखरेख में कराया जा रहा था. इस निर्माण में भ्रष्टाचार को लेकर स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा कई बार शिकायत भी की गई थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा एक बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम देने ग्रामीणों की शिकायतों की लगातार अनदेखी की गई.

वहीं इस निर्माण कार्य में मजदूरी कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि करीब 50 लाख से बनने वाले इस एनीकट कम रपटा डैम के निर्माण में जमकर लापरवाही बरती जा रही है. निर्माण के दौरान स्तरहीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है. निर्माण के समय जब डैम के बाहरी दीवार में पत्थरों से जोड़ाई की जा रही थी, वहीं नाले के अंदर पड़े खराब गिट्टियों से भराई की गई, जिसके चलते डैम कमजोर हो गया.