रायपुर। रक्षा बंधन से त्यौहारों की शुरुआत हो जाती है। देश भर में सभी लोग रक्षा बंधन और उसके बाद आने वाले तीजा, छठ जैसे त्यौहारों को धूम-धाम से मनाने की तैयारी में जुट गए हैं लेकिन छत्तीसगढ़ के शिक्षाकर्मी इस साल भी त्यौहार नहीं मना पाएंगे। इस साल भी शिक्षाकर्मी भाई अपनी बहनों को रक्षा बंधन में कोई तोहफा नहीं दे पाएंगे। महिलाओं का तीजा जैसा त्यौहार भी सूना निकल जाएगा।
दरअसल शिक्षाकर्मियों को इस महीने अभी तक वेतन नहीं मिल पाया है। वेतन न मिल पाने की वजह राज्य सरकार से पैसों का आबंटन नहीं होने का अधिकारियों द्वारा हवाला दिया जा रहा है। वेतन नहीं मिल पाने से राज्य के तकरीबन 40 से 50 हजार शिक्षाकर्मी प्रभावित होंगे। जो शिक्षाकर्मी प्रभावित होंगे उनमें से ज्यादातर ऐसे युवक-युवती हैं जो अपने घर से 80 से 100 किलोमीटर दूर पढ़ाने स्कूल जाते हैं। वेतन नहीं मिल पाने से सभी निराश हैं।
शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेन्द्र दुबे का कहना है कि सरकार शिक्षाकर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। विधानसभा में सरकार ने हर महीने 5 तारीख तक शिक्षाकर्मियों को वेतन दिए जाने की घोषणा की थी लेकिन उसके बावजूद भी इसका पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संघ का प्रतिनिधिमंडल इसके लिए पंचायत सचिव और शिक्षा सचिव से मुलाकात करेगा और उसके बाद भी उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जाएगा तो प्रदेश में एक बड़ा आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।