Shivraj Singh Chouhan Meets Mohan Bhagwat: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (BJP National President) बन सकते हैं। शिवराज सिंह चौहान ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) से मुलाकात की है। बंद कमरे में दोनों नेताओं के बीच करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई। बंद कमरे में दोनों के बीच क्या बात हुई है ये तो नहीं निकल कर आया है। हालांकि बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के संघ ने माथापच्ची शुरू कर दी है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में शिवराज सिंह चौहान भी हैं। शिवराज संघ के भी पसंदीदा कैंडिडेट में शामिल हैं। लिहाजा दोनों नेताओं के बीच मुलाकात इसी सिलसिले में हुई है।
पूरे 2 साल बाद शिवराज सिंह चौहान की आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बीच मुलाकात हुई है। अब इस मुलाकात को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। साथ ही इसी के बाद बीजेपी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार की रेस में शिवराज सिंह चौहान का नाम तेज हो गया है।
उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद होगा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव
दरअसल, सितंबर में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव को संपन्न कराने की कोशिश बीजेपी आरएसएस की ओर से की जा रही है। 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के तुरंत बाद ही बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जा सकता है। 28 सितंबर से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को पूरा करने की कोशिश की जा रही है।

45 मिनट हुई दोनों के बीच मुलाकात
केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान की रविवार शाम में आरएसएस के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत के साथ बैठक हुई। बीजेपी सूत्रों के अनुसार, ये बैठक दिल्ली के झंडेवालान स्थित संघ कार्यालय केशवकुंज में हुई। शिवराज सिंह चौहान की संघ प्रमुख के साथ करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई। इस बैठक के बाद शिवराज सिंह चौहान सीधे दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए निकल गए।

सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ बैठक में आने से पहले शिवराज सिंह चौहान गायत्री परिवार के एक कार्यक्रम में प्रगति मैदान के भारत मंडपम में मौजूद थे। भारत मंडपम में चौहान के साथ मंच पर गायत्री परिवार के डॉ चिन्मय पंड्या और केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे। भारत मंडपम से वो सीधे संघ कार्यालय गए जहां सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत के साथ बंद दरवाजे में उनकी बैठक हुई। फिर वो पूर्ण नियोजित कार्यक्रम के लिए भोपाल रवाना हो गए। समारोह में शामिल होंगे।

क्यों हैं शिवराज सबसे पसंदीदा
शिवराज सिंह चौहान 6 बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। चार बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। मुख्यमंत्री रहते हुए लाडली बहना योजना शुरू की, जो विधानसभा चुनाव में गेमचेंजर साबित हुई। ये योजना दूसरे राज्यों के लिए रोल मॉडल बन गई। विपक्षी पार्टियों भी इसे कॉपी कर रही हैं। शिवराज 13 साल की उम्र में RSS से जुड़ गए थे। इमरजेंसी के दौरान जेल भी गए। OBC कैटेगरी से हैं। 2005 में मध्य प्रदेश BJP के अध्यक्ष रहे हैं। उनके नाम पर मोदी-शाह के पास कोई नेगेटिव पॉइंट नहीं है। RSS की लिस्ट में शिवराज सबसे ऊपर हैं।
जून 2024 में बढ़ा था जेपी नड्डा का कार्यकाल
मौजूदा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल वर्ष 2024, जनवरी में खत्म हो चुका है। लोकसभा चुनाव के लिए जून तक विस्तार दिया गया था। जुलाई में पार्टी को नया अध्यक्ष चुनना था, लेकिन नए अध्यक्ष के चुनाव से पहले संगठनात्मक चुनाव की जरूरत होती है। इसमें 6 महीने का समय लगता है। इसलिए जून में नड्डा का कार्यकाल 6 महीने और बढ़ाया गया था। नड्डा ने फरवरी 2020 में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाला था। इसके बाद महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और दिल्ली विधानसभा चुनावों के कारण नड्डा का कार्यकाल समय-समय पर बढ़ता चला गया। इन चुनावों में भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन किया। अब नये अध्यक्ष को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। बता दें कि नड्डा इस समय मोदी कैबिनेट का हिस्सा हैं और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। नए बीजेपी अध्यक्ष नड्डा की जगह लेंगे।
रेस में ये नाम भी आगे–
धर्मेंद्र प्रधान
शिवराज सिंह चौहान के बाद अगर कोई भाजपा के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे हैं तो वो मौजूदा एजुकेशन मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान हैं। प्रधान ओडिशा से आते हैं। ABVP से पॉलिटिकल करियर शुरू करने वाले प्रधान 2010 में BJP के राष्ट्रीय महासचिव बने। दो बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा सांसद रहे। 2022 में UP विधानसभा चुनाव से पहले BJP ने 8 मंत्रियों की टीम बनाई थी। इसे धर्मेंद्र प्रधान ने ही लीड किया था। चुनाव में BJP ने 255 सीटें जीती थीं। प्रधान की इमेज संगठन और पार्टी के बीच साइलेंट वॉरियर की है। धर्मेंद्र प्रधान RSS के भी करीब हैं। संगठन पर उनकी मजबूत पकड़ है।
जी. किशन रेड्डी
जी. किशन रेड्डी लगातार तीन बार से सांसद हैं। 2019 से केंद्र में मंत्री हैं। मौजूदा सरकार में कोयला मंत्री हैं। मंत्रालय संभालने के साथ तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। पर्यटन और गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं।तीन बार विधायक और आंध्रप्रदेश में BJP के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। रेड्डी प्रधानमंत्री मोदी के पुराने साथी हैं। साल की शुरुआत में संक्रांति और पोंगल मनाने PM मोदी रेड्डी के घर गए थे। 1980 में BJP बनने के बाद से ही पार्टी से जुड़े हैं।
डी. पुरंदेश्वरी (Daggubati Purandeswari)
डी. (दग्गुबाती) पुरंदेश्वरी का आंध्र प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान है। पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश से सांसद हैं और उन्होंने राज्य में बीजेपी अध्यक्ष का जिम्मा भी संभाला है। पुरंदेश्वरी, सुषमा स्वराज जैसी प्रभावशाली वक्ता मानी जाती हैं। उनका दो प्रमुख राष्ट्रीय दलों में सफल करियर रहा है। वह बहुभाषी (तेलुगु, तमिल, हिंदी, अंग्रेजी, फ्रेंच में बेहतरीन पकड़) हैं। उन्हें जुलाई 2023 में आंध्र प्रदेश में भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था और हाल ही तक वह इस पद पर रहीं। इतना ही नहीं, पुरिंदेश्वरी को विभिन्न देशों में गए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए भी चुना गया था, जिसने विदेशों में जाकर पाकिस्तान को बेनकाब किया. दक्षिण भारत में वह पार्टी का बड़ा चेहरा बन सकती हैं।
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