भोपाल: फैले हुये अराजकता को रोकने के लिए और प्रदेश में शांती बहाली के लिए शनिवार से दशहरा मैदान में अनिश्चित कालीन हड़ताल पे बैठे शिवराज सिंह का मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है, उनके सामने किसानो ने नई मुसीबत खड़ी कर दी है, कर्ज माफ़ी का आश्वासन नहीं मिलने से नाराज किसानो ने मंच के सामने उपवास शुरू कर दी है

उपवास पे बैठे शिवराज सिंह ने चर्चा के लिए किसान संगठनों को आमंत्रित किया था, लेकिन जब किसान संगठनों ने कर्ज माफ़ी को लेकर बात किया तो शिवराज सिंह ने सहमति नहीं जताई जिससे सारे किसान  नाराज हो गए और उसी समय मंच के सामने अनिश्चित कालीन उपवास पर किसान बैठ गए.

आम किसान यूनियन के केदार सिरोही  ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कर्ज माफ़ी की मांग मानने से मना कर दिया है, इसीलिए किसानो ने उसी पंडाल में उपवास बनाम उपवास शुरू कर दिया है, और ये उपवास तब तक चलेगा जब तक मुख्यमंत्री हमारी मांगों को मान नहीं लेते, मुख्यमंत्री सिर्फ और सिर्फ नौटंकी कर रहे है, उनको किसानो के समस्या से कोई लेना देना नहीं है.

सिरोही के मुताबिक  “सात संगठनों आम किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन, राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ, अखिल भारतीय किसान महासंघ, किसान सेवा संगठन, किसान सेना (विदिशा), किसान जागृति मंच के प्रतिनिधि उपवास पर बैठे हैं और रविवार को प्रदेशभर से किसान यहां पहुंचकर उसी पंडाल में उपवास करेंगे, जिसमें मुख्यमंत्री कर रहे हैं.”

शिवराज सिंह के साथ उनकी पत्नी साधना सिंह भी उपवास पर है, मुख्यमंत्री ने किसानो से उपवास न करने का आग्रह किया लेकिन किसान उनकी एक नहीं सुने और अपने जिद में अड़े रहे. मुख्यमंत्री मच से पीछे बने पंडाल में जा चुके है अब वो कल सुबह फिर मंच पे आएंगे, किसानो का उपवास अब जारी है.