टुकेश्वर लोधी, आरंग. नगरीय निकाय चुनावों में जहां एक तरफ भाजपा के प्रत्याशियों को वॉकओवर मिल रहा है और निर्विरोध निर्वाचित हो रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आरंग विधानसभा के समोदा नगर पंचायत में भाजपा के साथ बड़ा खेला हो गया है. यहां वार्ड नंबंर 15 के भाजपा पार्षद प्रत्याशी हेमलाल मिरी ने अपना नामांकन वापस ले लिया, जिससे कांग्रेस प्रत्याशी सत्येंद्र चेलक निर्विरोध पार्षद निर्वाचित हो गए हैं.

इस घटना क्रम से भाजपा में खलबली मच गई है. नाम वापसी के बाद भाजपा प्रत्याशी हेमलाल मिरी गायब हो गए थे. भाजपा समोदा मंडल ने हेमलाल के अपहरण होने की शिकायत आरंग पुलिस थाना में दी थी, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी सत्येंद्र चेलक और उनके भाई संजय चेलक पर हेमलाल मिरी को अगवा करने का आरोप लगाया गया था. इधर भाजपा पार्षद प्रत्याशी हेमलाल शनिवार देर शाम अपने पिता के साथ आरंग थाना पहुंचे और भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं पर उनके और उनके परिवार पर दबाव डालने का आरोप लगाया है. इस पूरे घटनाक्रम से क्षेत्र की राजनीति गरमा गई है.

निर्विरोध निर्वाचित कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी सत्येंद्र चेलक और नामांकन वापस लेने वाले BJP प्रत्याशी हेमलाल मिरी।

जहां कोई जनाधार नहीं वहां से पार्टी ने दिया था टिकट : BJP प्रत्याशी हेमलाल

हेमलाल मिरी द्वारा आरंग थाने में की गई शिकायत के अनुसार हेमलाल समोदा नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 से भाजपा पार्षद पद के लिए दावेदारी कर रहे थे, लेकिन भाजपा के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें चुनाव में हराने के उद्देश्य से वार्ड नंबर 15 से टिकट दे दिया. हेमलाल ने कहा है कि वार्ड नंबर 15 में उनका कोई जनाधार नहीं है. अपने कार्यकर्ताओं और परिवार वालों की सहमति से बाद बिना किसी के दबाव में स्वेच्छा से अपना नामांकन वापस लिया है.

अपनी मर्जी से भाजपा प्रत्याशी ने वापस लिया है नामांकन : टीआई

इस पूरे मामले में आरंग थाना प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि हेमलाल मिरी के अपहरण होने की शिकायत उनके परिजनों ने नहीं की थी. शनिवार देर शाम हेमलाल अपने पिता के साथ आरंग थाना पहुंचे. पुलिस ने उनका बयान लिया है, जिसमें उन्होंने अपनी मर्जी से समोदा नगर पंचायत के वार्ड नंबर 15 से नामांकन वापस लेने की बात कही है और अपने अपहरण होने की बात को गलत बताया है.