नई दिल्ली. हमारे समाज में सेक्स (SEX) को लेकर खुलेआम बात नहीं होती. पर जिन देशों में इस बार खुलेआम बात होती है वहां से ऐसे शोध नतीजे सामने आए हैं जो आपको हैरान कर देंगे.
हाल ही में किए गए एक शोध में पता चला है कि अमेरिका (AMERICA) में 33 लाख से अधिक महिलाओं को पहली बार संभोग के लिए मजबूर किया गया था. ये शोध जामा इंटरनल मेडिसिन ने किया. शोध में कहा गया कि 16 अमेरिकी महिलाओं में से एक को पहली बार संभोग करने के लिए मजबूर किया गया था. हैशटैश मीटू मूवमेंट ने इस बात को उजागर किया कि महिलाओं के साथ कैसे बिना उनकी इच्छा के और मजबूरन यौन अत्याचार किए जा रहे हैं.
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हालांकि, हाल के किसी भी अध्ययन ने लड़कियों और महिलाओं के पहले यौनाचार या इसके स्वास्थ्य परिणामों के दौरान जबरन सेक्स के प्रसार का आंकलन नहीं किया है. 13, 310 महिलाओं के नेशनली रिप्रेजेंटेटिव सर्वे डेटा के विश्लेषण में 6.5 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने इस बात को माना की पहली बार संभोग के दौरान उनके साथ जबरदस्ती की गई. यह आंकड़ा 33 लाख महिलाओं के बराबर होता है, जिनकी आयु 18 से 44 वर्ष के बीच रही.
अमेरिका में हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार, जबरन संभोग के दौरान अधिकतर महिला की उम्र साढ़े 15 से साढ़े 17 साल के बीच रही. अध्ययन में कहा गया है कि पहले स्वैच्छिक संभोग में साथी के 21 की तुलना में हमलावर की औसत आयु 27 रही.
अध्ययन में यह पाया गया कि पहले जबरन यौन संभोग के अनुभव वाली महिलाओं में अवांछित गर्भधारण या गर्भपात की संभावना अधिक होती है. इसके अलावा वहीं अन्य स्त्रीरोग और सामान्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उनमें देखने को मिल सकती हैं.