मिथलेश गुप्ता, जशपुर। सिटी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पुरनानगर के तुरीटोंगरी में करीब दो महीने पहले सामने आए हत्या के मामले में अब चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस रिकॉर्ड में मृत घोषित किया गया युवक सीमित खाखा जिंदा मिला है, जो झारखंड के हजारीबाग क्षेत्र में मजदूरी कर रहा था। अधजले शव की पहचान, आरोपियों की गिरफ्तारी और अब तथाकथित मृतक के जीवित मिलने से पूरा मामला रहस्य में बदल गया है। इस नए मोड़ के बाद पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं अब अधजली लाश की वास्तविक पहचान को लेकर जांच नए सिरे से शुरू की जा रही है।

क्या है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, 18 अक्टूबर को सिटी कोतवाली जशपुर को सूचना मिली थी कि ग्राम पुरनानगर के तुरीटोंगरी इलाके में एक गड्ढे में युवक का अधजला शव पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हत्यात्मक पाए जाने के बाद थाना सिटी कोतवाली में बीएनएस की धारा 103(1) और 238(क) के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।

जानकारी के अनुसार, सिटी कोतवाली जशपुर को 18 अक्टूबर 2025 को सूचना मिली थी कि ग्राम पुरनानगर के तुरीटोंगरी में किसी अज्ञात व्यक्ति का अधजला शव पड़ा है, जिसका अधिकांश हिस्सा जला हुआ है। सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची, जहां एक गड्ढे में युवक का शव जला हुआ मिला। शव के चेहरे सहित शरीर का बड़ा हिस्सा झुलसा हुआ था। घटनास्थल का निरीक्षण, शव पंचनामा और आवश्यक कार्रवाई के बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की। प्राथमिक जांच में मामला हत्या का प्रतीत होने पर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण हत्यात्मक पाए जाने के बाद सिटी कोतवाली थाना में बी.एन.एस. की धारा 103(1) और 238(क) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

चूंकि शव अज्ञात था और शरीर का आधे से अधिक हिस्सा जल चुका था, ऐसे में शव की पहचान और आरोपियों की तलाश पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई। शव की पहचान के लिए पुलिस ने उसके फोटो आसपास के थानों और चौकियों में सर्कुलेट किए, साथ ही क्षेत्र में दर्ज गुमशुदा व्यक्तियों की जानकारी भी जुटाई गई। मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए टेक्निकल टीम की सहायता भी ली गई। इसी दौरान पुलिस और टेक्निकल सेल की संयुक्त टीम को जानकारी मिली कि ग्राम सिटोंगा निवासी युवक सीमित खाखा कुछ समय पहले अपने गांव के अन्य युवकों के साथ झारखंड के हजारीबाग में मजदूरी करने गया था, जहां उसके साथी उसे वहीं छोड़कर वापस लौट आए थे।

इस प्रकरण में मिले शव की शिनाख्ती कार्यपालिक मजिस्ट्रेट (नायब तहसीलदार) के समक्ष कराई गई। साथ ही फॉरेंसिक एक्सपर्ट द्वारा पूरे घटनाक्रम का ‘सीन ऑफ क्राइम’ रिक्रिएशन भी कराया गया। मृतक के परिजनों ने शव को सीमित खाखा का बताया और पहचान स्वीकार की। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के कथन न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 183 बी.एन.एस. के तहत दर्ज कराए, जिसमें आरोपियों ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। यह समस्त न्यायिक प्रक्रिया पुलिस की अनुपस्थिति में संपन्न कराई गई थी। पुलिस द्वारा इनकी रिहाई के लिए वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

गांव जिंदा लौटा युवक, सब रह गए हैरान

हाल ही में सीमित खाखा अपने गांव सिटोंगा वापस लौटा, जिसे देखर परिवार वाले हैरान रह गए। जिसके के परिजनों ने इसकी सूचना सिटी कोतवाली जशपुर को दी। पूछताछ में सीमित खाखा ने बताया कि वह पिछले कुछ महीनों से झारखंड के हजारीबाग क्षेत्र में काम कर रहा था।

मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि वास्तविक मृतक की पहचान के लिए राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है। परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर पूर्व में कार्रवाई की गई थी। फिलहाल प्रकरण की जांच जारी है और वैधानिक प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है।