जगदलपुर. छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के चित्रकोट कांग्रेस विधायक ने मानवता की मिशाल पेश की है. मिचनार के टांगरापारा के रास्ते से गुजरने के दौरान उन्हें रास्ते में भीड़ दिखी. वो तत्काल वहां रुके और क्या हुआ है इसकी जानकारी ली. उन्हें पता चला कि यहां एक गर्भवती महिला प्रसाव पीड़ा से तड़प रही है. विधायक दीपक बैज ने मानवता दिखाते हुए खुद ही अपने सारे काम छोड़कर अपनी गाड़ी में गर्भवती महिला को बैठाकर अस्पताल पहुंचाया. जिससे समय रहते महिला का इलाज हो सका.

दरअसल कांग्रेस विधायक दीपक बैज बड़े किलेपाल से खेल समारोह का समापन करने के बाद लौट रहे थे. तभी आने के दौरान मिचनार के टांगरापारा के रास्ते से गुजर रहे थे. उस गांव के रास्ते में भीड़ लगा हुआ था. उन्होंने गाड़ी तेज करने के बजाय गाड़ी धीमाकर वहां का भीड़ जमा होने का कारण पूछा. पूछने पर पता चला कि एक गर्भवती महिला के डिलीवरी के लिए एम्बुलेंस बुलाया गया है. लेकिन उसे गांव के तक पहुंचने में 2 घंटे की देरी हो रही है. गांव से अस्पताल की दूरी लगभग 20- 25 किलोमीटर है. महिला को तुरंत इलाज की जरुरत है.

महिला सड़क पर दर्द से तड़प रही थी. विधायक जी को महिला की पीड़ा देखा नहीं गया. वो मानवता दिखाते हुए अपनी गाड़ी में गर्भवती महिला को बैठाकर अस्पताल पहुंचाया. जिससे उस गर्भवती महिला की समय पर इलाज हो सकी. समय पर इलाज नहीं मिलता तो कोई अनहोनी भी हो सकता था. विधायक ऐसे ही राजनीति से हटकर समाज की सेवा में भी लग जाते है. ऐसे ही सभी नेताओं को रीजनीति से दूर हटकर समय पर जनता की सेवा भी करना चाहिए.

अक्सर देखा जाता है कि सड़क पर कुछ दुर्घटना या फिर कोई जिंदगीं और मौत के बीच जूझ रहा होता है, फिर भी नेताओं के तेवर के सामने सब कुछ फीका पड़ जाता है. नेता अपने वाहनों में लगे सायरन को और तेज बजाते हुए रास्ते से गुजर जाते है. लेकिन कोई उस पीड़ित को पूछने तक नहीं आता है. हालांकि अब चुनाव का वक्त आ गया है तो आपको इस तरह के कई दृश्य आने वाले दिनों मे भी देखने को मिलता रहेगा. लेकिन जो काम आज विधायक दीपक बैस ने किया है क्या वो काम आज के इस दौर में सभी नेताओं को करना चाहिए?