Side Effects Of Evening Tea : चाय हर किसी की चॉइस (पसंद) है. सुबह उठने के बाद, नाश्ते में, शाम ढलने पर, कई लोग तो रात में भी चाय पीते हैं. हमारे देश भारत में तो चाय पर चर्चा का कांसेप्ट है. ठीहों पर लोग चाय पीते-पीते घंटों चर्चा करते हैं. घर में मेहमान आते हैं तो उन्हें सबसे पहले चाय ही ऑफर की जाती है. आलस भगाना हो तो हम कहते हैं- चाय पी लेते हैं. सिर दर्द हो रहा है तो चाय पी लेते हैं. यूं ही बैठे हैं तो कहते हैं- चल यार चाय पीकर आते हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत में यह सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली ड्रिंक है.
सच्चाई यह भी है कि ज्यादा चाय पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकाकरक है. शाम को चाय पीना और भी हानिकाकरक है. किन लोगों को शाम की चाय पीनी चाहिए, किन को नहीं. इस आर्टिकल के जरिए यह जानते हैं.
शाम की चाय से करें परहेज (Side Effects Of Evening Tea)
ऐसे लोगों जिनकी नींद खराब हो जाती है या जो अनिद्रा से पीड़ित हैं, उन्हें शाम को चाय पीने से बचना चाहिए. एंग्जायटी या तनाव से घिरे लोगों को भी शाम में दूध वाली चाय नहीं पीनी चाहिए. मेडिकल साइंस के मुताबिक अच्छी नींद के लिए सोने से 10 घंटे पहले तक कैफीन से परहेज करें. इससे लिवर डिटॉक्स करने और कोर्टिसोल (सूजन) कम करने और पाचन को बेहतर बनाने में मदद मिलती है.
ये लोग पी सकते हैं शाम की चाय
ऐसे लोग जो नाइट शिफ्ट करते हैं. जिन्हें एसिडिटी या गैस्ट्रिक समस्या नहीं है. पाचन शक्ति ठीक है. नींद से जुड़ी समस्या नहीं है. रोजाना समय पर भोजन करने वाले लोग आधी या 1 कप से कम चाय पी सकते हैं.
अगर, आप इन रोगों से पीडि़त हैं तो चाय से बचें
अत्यधिक वात समस्या यानी ड्राई स्किन और बालों की समस्या से परेशान लोगों को भी शाम में चाय नहीं पीना चाहिए. वजन बढ़ाने की कोशिश करने वालों को, भूख की समस्या से परेशान लोगों को भी चाय नहीं पीनी चाहिए. अगर हार्मोनल समस्याओं से पीड़ित हैं. अगर आपको एसिडिटी की प्रॉब्लम है. आप मेटाबॉलिक और ऑटो-इम्यून बीमारियों से पीड़ित लोग. तो चाय न पीएं.
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