नई दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि 1984 का सिख विरोधी दंगा टाला जा सकता था अगर स्वर्गीय इंन्द्र कुमार गुजराल की जल्द से जल्द सेना को बुलाने की मांग मान ली जाती. मनमोहन सिंह ने ये बातें गुजरात के 100 जन्मतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही.
मनमोहन सिंह ने कहा- “जिस वक्त 1984 की घटना हुई, गुजराल का काफी उदास होकर शाम को गृह मंत्री पीवी नरसिम्हा राव के पास गए और कहा कि स्थिति काफी भयावह हो चुकी है और यह जरूरी है कि जल्द से जल्द सेना बुलाई जाए. अगर ये सलाह मान ली जाती तो शायद 1984 में जो नरसंहार हुआ था वह टाला जा सकता था.
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” मनमोहन सिंह ने कहा- “आईके गुजराल और वे दोनों ही पाकिस्तान से आए थे जो बाद में भारत के प्रधानमंत्री बने. उन्होंने कहा- गुजराल जी और मैं दोनों ही पाकिस्तान के झेलम जिले में पैदा हुए और एक लंबा सफर हम दोनों ने एक साथ तय किया (प्रधानमंत्री बनने तक).”