सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक ले रहे हैं। बैठक से पहले मीडिया से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने केन्द्र पर कोरोना से निपटने के लिए मदद नहीं करने का आरोप लगाया है।

सिंहदेव ने राज्य में कोरोना की स्थिति को लेकर कहा कि बाकी राज्यों से तुलनात्मक संतोषजनक कही जा सकती है, क्योंकि पॉजिटिविटी रेट सितंबर के आखरी में 15.5 प्रतिशत तक चला गया था। अक्टूबर के आखिरी में 9.16 प्रतिशत पर आ गया था। नवंबर के पहले सप्ताह में 7.5 प्रतिशत, दूसरे सप्ताह में 6.78, तीसरे सप्ताह में 7.14 और कल की तुलना में देखें तो 6. 29 प्रतिशत रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि जिन शहरों में केस ज्यादा आ रहे हैं, यह चिंता का विषय है। रायगढ़ हमारे लिए चिंता का विषय है, जांजगीर-चांपा, कोरबा हमारे लिए चिंता का विषय है और मरवाही में चुनाव के बाद क्या प्रभाव पड़ा है यह हमारे लिए चिंता का विषय है। लगातार हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि टेस्टिंग एक सीमा तक रहे। कल 32,751 टेस्ट हुए टेस्ट की संख्या हमारी बनी रहे यह बात आ सकती है। एंटीजन टेस्ट किट हमारे पास ज्यादा है आरटीपीसीआर टेस्ट किट की तुलना में। आरटीपीसीआर की हमारी सीमाएं हैं, लैब हमारे पास सीमित है। आरटीपीसीआर पद्धति के लिए एक लैब में 1 हजार के आसपास टेस्टिंग होती है। इसका प्रतिशत ज्यादा हो उस दिशा में हम काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री के साथ बैठक में केंद्र से मांग को लेकर कहा कि केंद्र से हमारी मुख्य रूप से मांग है कि बजट में सपोर्ट और होना चाहिए। पैसे के मामले में कोई भी सपोर्ट हमे केंद्र से नहीं मिल रहा है। मटेरियल की दिक्कत पहले होती थी अब मार्केट में मटेरियल मिलने लगा है। मटेरियल सप्लाई में कोई विशेष सहयोग हमको नहीं चाहिए। राशि हमें केंद्र सरकार उपलब्ध कराएं और वैक्सीन जैसे ही आती है तो जल्द से जल्द अधिक मात्रा में छत्तीसगढ़ को वैक्सीन केंद्र सरकार उपलब्ध कराएं।

पहले हम 200 टेस्ट करते थे अब हम 30 हजार टेस्ट कर रहे हैं। 200 टेस्ट से अगर 30,000 टेस्ट हो रहे हैं तो केंद्र सरकार को ऐसे समय में जबकि महामारी की स्थिति देश और विश्व में चल रही है तो उनको हमें आर्थिक सहयोग देना चाहिए। क्योंकि बाजार से सामान हमको अब मिल जाएगा, हमें सामान नहीं चाहिए हमको राशि चाहिए।