पटना. राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रयाद यादव को सीबीआई ने साढ़े तीन साल की सजा सुनाई है. लालू फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं. लालू प्रसाद यादव के लिए एक और दुखद खबर है. उनकी इकलौती बहन गंगोत्री देवी भाई की सजा का सदमा सहन नहीं कर सकी. लालू को सजा सुनाए जाने के बाद से बेहद परेशान चल रही उनकी बहन गंगोत्री देवी ये सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और उनकी मौत हो गई.

गंगोत्री देवी की उम्र 75 साल थी और वह 6 भाईयों के बीच इकलौती बहन थीं. लालू प्रसाद यादव अपनी बड़ी बहन के बेहद दुलारे थे. वह अपने सभी भाईयों के लिए बेहद दुलारी बहन थी. लालू के लिए उनके मन में विशेष लगाव था. खास बात ये है कि लालू को सजा सुनाए जाने के एक दिन पहले से ही उन्होंने व्रत रखा था. उन्हें पूरी उम्मीद थी कि सीबीआई की विशेष अदालत उनके छोटे भाई को बाइज्जत बरी कर देगी. जब सीबीआई की विशेष अदालत ने उनको चारा घोटाला मामले में सजा सुना दी उस वक्त से ही गंगोत्री देवी बेहद परेशान हो गई थीं.

लालू को सजा का एलान होने की खबर जैसे ही गंगोत्री देवी को लगी वो बेहद परेशान हो उठीं औऱ उनकी तबियत लगातार बिगड़ने लगी. घरवालों ने उनको डाक्टरों को भी दिखाया लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ. आखिरकार सदमे के चलते उनकी मौत हो गई. उनके निधन की खबर पाकर लालू यादव के दोनों बेटे तेजस्वी व तेज प्रताप गंगोत्री देवी के आवास पहुंचे. इस दुखद घटना की जानकारी घरवालों ने लालू यादव को भी जेल में फोन से देने की कोशिश की लेकिन लालू से संपर्क नहीं हो सका. उनका अंतिम संस्कार गोपालगंज में किया जाएगा. लालू प्रसाद यादव के परिवार के सभी सदस्य गंगोत्री देवी के निधन के बाद उनके घर पहुंच चुके हैं. अब घरवालों की कोशिश है कि किसी तरह से लालू यादव को घटना की जानकारी दी जा सके ताकि वह अपनी बहन के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकें. फिलहाल लालू को जेल की सजा के बाद ये दूसरा झटका है. जिससे उबरने में इस दिग्गज नेता को शायद काफी वक्त लगेगा.