सीवान। बिहार के सीवान जिले में रविवार को एक हाईप्रोफाइल रेड ने राजनीतिक गलियारों से लेकर पुलिस महकमे तक में सनसनी फैला दी। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चर्चित नेता और पूर्व एमएलसी प्रत्याशी रईस खान के घर पर सुबह 9 बजे से स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की छापेमारी चल रही है। अब तक की जानकारी के अनुसार उनके घर से AK-47 राइफल की 100 गोलियां भारी मात्रा में चरस और गांजा बरामद हुआ है।
सात घंटे से चल रही कार्रवाई
यह छापेमारी सिर्फ एक सामान्य जांच नहीं थी। इसमें सारण रेंज के DIG सीवान SP SDPO और SIT की संयुक्त टीम शामिल रही। ग्यासपुर गांव को चारों ओर से घेरकर करीब 12 थानों की पुलिस तैनात की गई जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। छापेमारी करीब 7 घंटे से अधिक समय से चल रही है और अभी भी पुलिस टीम मौके पर मौजूद है। सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ामों के बीच किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पूरी तरह रोक है।
हिरासत में रईस खान और उनके दो करीबी
पुलिस ने रईस खान को मौके से हिरासत में ले लिया है। साथ ही उनके दो करीबी सहयोगी मुन्ना मियां और आफताब मियां को भी पकड़ा गया है। तीनों से पुलिस पूछताछ कर रही है और उनके नेटवर्क की गहराई से जांच की जा रही है।
बरामद सामान से बढ़ी चिंता
SIT को रेड के दौरान AK-47 की 100 जिंदा गोलियां नशीले पदार्थों की बड़ी खेप (चरस और गांजा) और कुछ दस्तावेज भी मिले हैं जिनकी जांच की जा रही है। हालांकि चरस और गांजा की तादाद व बाजार कीमत का खुलासा अब तक नहीं हो सका है।
कौन हैं रईस खान?
रईस खान ग्यासपुर गांव निवासी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सक्रिय नेता हैं। वे रघुनाथपुर विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी भी पेश कर चुके हैं और एक समय MLC उम्मीदवार भी रह चुके हैं। स्थानीय राजनीति में वे सक्रिय और प्रभावशाली चेहरा माने जाते हैं। लेकिन उनकी छवि विवादों से अछूती नहीं रही है। जमीन विवादों आपराधिक गतिविधियों और असामाजिक तत्वों से संबंध की चर्चा अक्सर होती रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उनके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
छापेमारी की वजह
पुलिस को इनपुट मिला था कि हाल के दिनों में सीवान और आसपास के इलाकों में जो गंभीर आपराधिक घटनाएं हुई हैं उनके तार रईस खान और उनके गिरोह से जुड़े हो सकते हैं। इसी आधार पर गुप्त सूचना के बाद यह रेड की गई। पुलिस ने तीनों आरोपियों को विशेष निगरानी में रखा है और उनके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
क्या हो सकता है अगला कदम?
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूछताछ में और बड़े खुलासे हो सकते हैं। बरामद हथियार और नशे की खेप को लेकर NIA और Narcotics विभाग से भी समन्वय किया जा सकता है। मामले की FIR दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी की कार्रवाई भी संभव है।
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