रायपुर. अंतागढ़ टेपकांड मामले की जांच करने के बाद SIT की टीम आज वापस रायपुर पहुंच गई है. टीम ने अंतागढ़ उपचुनाव में नाम वापस लेने वाले सभी प्रत्याशियों का बयान लिया है. साथ ही मंतूराम के बैंक खातों की भी जांच की गई है. अंतागढ़ से टीम के वापस लौटने के बाद अब जल्द ही मामले से जुड़े लोगों से पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा. दरअसल उपचुनाव में मंतूराम सहित 14 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया था.

ये था पूरा मामला

बता दें कि साल 2014 में अंतागढ़ के तत्कालीन विधायक विक्रम उसेंडी ने लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दिया था. वहां हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने पूर्व विधायक मंतू राम पवार को प्रत्याशी बनाया था. भाजपा से भोजराम नाग खड़े हुए थे. नाम वापसी के अंतिम वक्त पर मंतूराम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. इससे भाजपा को एक तरह का वाकओवर मिल गया था. बाद में फिरोज सिद्दीकी नाम से एक व्यक्ति का फोन कॉल वायरल हुआ था. आरोप लगे थे कि तब कांग्रेस में रहे पूर्व सीएम अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी ने मंतू की नाम वापसी कराई. टेपकांड में कथित रूप से अमित जोगी और तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता के बीच हुई बातचीत बताई गई थी.