रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतसत्र के पांचवे दिन मध्यान्ह भोजन का मामला उठा. बीजेपी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने मामला उठाते हुए कहा कि घटिया क्वालिटी का सोया मिल्क बांटा जा रहा है. बदबूदार सोया मिल्क स्कूली बच्चों को दिया जा रहा. अंडा प्रदेश के अधिकांश स्कूलों में नहीं बांटा गया.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी सवाल दागते हुए कहा कि बलरामपुर, बस्तर, सुकमा, सूरजपुर, जशपुर जैसे आदिवासी जिलों में सरकार अंडा नहीं पहुंचा पाई है? क्या इन जगहों पर विरोध है? आदिवासी जिलों के बच्चों को सुपोषित करने की बात कहकर सरकार ने अंडे वितरित किये जाने की दलील थी थी, फिर इन आदिवासी जिलों में अंडा कैसे नहीं पंहुचाया जा सका.

स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह ने कहा कि अंडे को लेकर कहीं विरोध नहीं है. स्थानीय स्तर पर अंडे वितरण की व्यवस्था की जाती है. डीएमएफ से भी अंडा वितरित किया जा रहा है. अंडा जहां नहीं पहुंच पा रहा है, वहां जल्द व्यवस्था कराई जाएगी.