स्पोर्ट्स डेस्क- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 वनडे मैच की सीरीज का दूसरा मुकाबला नागपुर में खेला गया जो रोमांच के चरम पर आकर खत्म हुआ, जहां भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने कमाल का खेल दिखाते हुए मैच अपने नाम कर लिया. इस मैच में टीम इंडिया ने महज 8 रन से जीत हासिल की.

मैच के आखिरी ओवर में 11 रन की दरकार थी, और सभी मेन गेंदबाजों के ओवर खत्म हो चुके थे. जसप्रीत बुमराह भी अपने कोटे पूरे 10 ओवर कर चुके थे, तो वहीं मोहम्मद शमी का भी ओवर पूरा हो चुका था. कुलदीप यादव और जडेजा के भी 10-10 ओवर पूरे हो चुके थे. आखिरी ओवर में गेंदबाजी कराने के लिए कप्तान कोहली के पास बस दो ही आप्शन थे एक केदार जाधव और दूसरे विजय शंकर.

केदार जाधव ने अच्छी गेंदबाजी की थी, 8 ओवर में 33 रन ही दिए थे और एक विकेट भी लिया था, जबकि दूसरी ओर विजय शंकर ने अपने पहले ही ओवर में 13 रन लुटाए थे, और उसके बाद गेंदबाजी ही नहीं की थी. हर कोई यही कयास लगा रहा था कि पहले ही ओवर में महंगे साबित हुए विजय शंकर को ऐसे समय में शायद ही कप्तान गेंद सौंपें लेकिन विराट कोहली ने केदार जाधव को गेंदबाजी नहीं दी बल्कि विजय शंकर को आखिरी ओवर में गेंद सौंप दी. और आखिरी ओवर में विजय शंकर ने कंगारुओं के आखिरी के 2 विकेट लेकर मैच खत्म कर दिया, और टीम इंडिया को 8 रन से जीत हासिल करने में अहम योगदान दिया.

मैच खत्म हो जाने के बाद विराट कोहली ने खुद चहल टीवी में इस बात का खुलासा किया कि आखिर क्यों उन्होंने आखिरी ओवर के लिए विजय शंकर का चुनाव किया, और क्यों केदार जाधव को गेंदबाजी नहीं दी.

चहल टीवी में जब युजवेंन्द्र चहल ने कप्तान कोहली से पूछा कि आखिरी ओवर में केदार की जगह विजय शंकर को उन्होंने क्यों गेंदबाजी दी इस पर उन्होंने कहा अगर आखिरी ओवर में स्पिनर की गेंद रडार में आ जाए तो स्पेट आउट करके छक्का मारना आसान हो जाता है,  कोहली ने कहा उस समय तेज गेंदबाजों के लिए थोड़ा रिवर्स स्विंग हो रहा था.

कोहली ने कहा मुझे उम्मीद थी कि विजय शंकर की गेंद थोड़ी बहुत तो स्विंग जरूर करेगी, और अगर सही जगह पर विजय शंकर गेंद डालते हैं और थोड़ी भी गेंद स्विंग होती है तो विकेट के चांसेज बनेंगे, और ये पहले ही गेंद पर देखने को मिला. कोहली ने आगे कहा कि मैं विजय शंकर को बधाई देना चाहूंगा  क्योंकि मैच में उन्होंने पहले जिस तरह की बल्लेबाजी की, और फिर उसके बाद आखिरी ओवर में गेंदबाजी की, उन्हें  मानसिक तौर पर मजबूती देगा।

गौरतलब है कि विजय शंकर बतौर मीडियम पेसर ऑलराउंडर टीम में शामिल किया गया है और उन्हें प्लेइंग इलेवन में लगातार मौके भी दिए जा रहे हैं. और जिस तरह का खेल विजय शंकर ने इस मैच में दिखाया है वाकई उनके करियर के लिए ऐसा प्रदर्शन शानदार है.