दिलशाद अहमद,सूरजपुर- सूरजपुर जिले के प्रसिद्ध समाजसेवी अजय गोयल ने मानव सेवा की दिशा में सराहनीय पहल की है.उन्होनें जनमित्र सेवा समिति के माध्यम से दूरदराज के गांवों में पिछले दो सालों से निरंतर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर गरीब आदिवासियों की सेवा शुरु की है.दो सालों में इन शिविरों में अब तक 85 हज़ार से ज्यादा लोगों ने स्वास्थ्य जांच कराई है.अजय गोयल ने एक मिशन के रुप में आरोग्यम हेल्थ शिविर को शुरु किया था और आज इसके जरिये हज़ारों आदिवासी परिवारों को फायदा मिल रहा है.आरोग्यम हेल्थ शिविर की खास बात ये है कि इसमें प्रत्येक वर्ष डेढ़ महीने के कैंप के लिए रायपुर विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बुलाई जाती है और गंभीर रुप से बीमार लोगों का रायपुर में निशुल्क इलाज कराया जाता है.अजय गोयल अब तक दर्जनों गंभीर बीमार लोगों का रायपुर में इलाज करवा चुके हैं.

सरगुजा जैसे आदिवासी बहुल संभाग में सूरजपुर जिले का भटगांव क्षेत्र. इसी सूरजपुर का एक शख्स पिछले दो साल से जिले के आदिवासी एवं सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. हम बात कर रहे हैं भटगांव के प्रतिष्ठित समाजसेवी अजय गोयल की. भटगांव के आदिवासी क्षेत्र में गरीब लोगों के स्वास्थ जांच के लिए एवं उन्हें उचित इलाज के उद्देश्य से गोयल ने जनमित्र सेवा समिति के सहयोग से 2017 में आरोग्यम निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर एवं हेल्थ किट वितरण कार्यक्रम शुरू किया,जो इस क्षेत्र के गरीबों के लिए वरदान से कम नहीं है. पिछले दो साल में अब तक 20 बड़े हेल्थ कैंप लगाकर 85 हज़ार से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य की जांच रायपुर के विशेषज्ञ डॉक्टर कर चुके हैं. साथ ही इन्हे मुफ्त हेल्थ किट भी वितरित किया जाता है, जिसमे आम तौर पर काम आने वाली दवाइयां रहती हैं. शिविर में सरगुजा सांसद कमलभान सिंह जी एवं राज्य वनौषधि बोर्ड के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह जी भी शामिल हुए। वहीं, जनमित्र सेवा समिति के 100 से अधिक कर्मठ कार्यकर्ताओं ने सफल कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

इस साल 45 दिनों में 50 हज़ार लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई
स्वामी विवेकानंद जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रेरणा से 10 मार्च 2018 को अजय गोयल एवं जनमित्र सेवा समिति के द्वारा हेल्थ शिविर का शुभारंभ किया गया जो ग्राम करवां (लटोरी), भटगांव, कल्याणपुर (लटोरी), दर्रीपारा (भटगांव), खोपा (भटगांव), ठाड़-पासल पाथर(बिहारपुर), बंजा (भैयाथान), टंकी-मसंकी (ओड़गी), पकनी, धर्सेडी (ओड़गी) में 22 अप्रैल को समाप्त हुआ. इस साल शिविर में लगभग 180 ग्राम पंचायतों के 300 ग्रामों में निवासरत 50 हज़ार लोगों ने शिविर का लाभ उठाया है.

2017 में 35 हजार लोगों को मिला लाभ, खुद मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह हुए थे शामिल
इससे पहले साल 2017 में भी अजय गोयल ने जनमित्र सेवा समिति के सहयोग से 5 मार्च से 14 मई 2017 तक आरोग्यम शिविर का आयोजन किया गया था. 25 विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम के साथ 175 ग्राम पंचायतो के 275 गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया था, जिसमें 35 हजार लोगों ने लाभ उठाया. लोक सुराज यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी आरोग्यम शिविर में शामिल हुए थे. उन्होंने आरोग्यम स्वास्थ्य शिविर के आयोजन के लिए अजय गोयल की प्रशंसा करते हुए इसे आगे भी जारी रखने की अपेक्षा की.”

सबसे दुर्गम क्षेत्रों में लगाया गया कैंप
सूरजपुर जिले के ग्राम टंकी-मसंकी और ग्राम ठाड़ पाथर पासल जैसे वनांचल एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में भी अरोग्यम शिविर का इस वर्ष आयोजन किया गया, जहां लगभग 9 हजार लोगों ने विशेषज्ञ चिकित्सकों से अपना स्वास्थ्य परिक्षण कराया और हेल्थ किट प्राप्त किया।

युवाओं के प्रोत्साहन के लिए भी कर रहे हैं बेहतरीन काम
अजय गोयल एवं जन मित्र सेवा समिति ने शिक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में भी बेहतरीन प्रयासों के साथ जन कल्याणकारी कार्य कर रहे हैं. उन्होंने ”ज्ञानपथ” के जरिये युवाओं के करियर मार्गदर्शन के लिए दो बार कार्यक्रम का आयोजन करवा चुके हैं. वहीँ भटगांव क्षेत्र में स्टूडेंट्स के लिए ”विद्वान मॉक टेस्ट” का आयोजन किया. इसके तहत पिछले साल 5 हज़ार से ज्यादा बच्चों ने अपनी कौशल एवं प्रतिभा का प्रदर्शन किया. इनमे 113 प्रतिभागियों को लैपटॉप, टैबलेट, मोबाइल फ़ोन और बैग पुरष्कार स्वरुप दिया गया. वहीँ कुछ चुनिंदा स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप भी प्रदान की गई. इसके अलावा पिछले साल ठण्ड में एक हज़ार से ज्यादा गरीब लोगों को “आसरा” के तहत निःशुल्क कम्बल वितरण किया गया. साथ ही महिला सशक्तिकरण, डिजिटल शिक्षा एवं जनजागरूकता के क्षेत्र में भी सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं.