सनातन धर्म में तुला संक्रांति का विशेष महत्व माना गया है. भगवान सूर्यदेव के तुला राशि में प्रवेश करने को ही तुला संक्रांति कहा जाता है. पंचांग के अनुसार, इस बार तुला संक्रांति 17 अक्टूबर यानी आज है. भारतीय समयानुसार शाम 7 बजकर 23 मिनट पर सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेंगे. Also Read – फोर्ब्स की बिलेनियर्स इंडेक्स में मुकेश अंबानी ने लगाई लंबी छलांग, लिस्ट में अडानी के नजदीक पहुंचे …
इस बीच धरती पर 25 अक्टूबर की कार्तिक अमावस्या के खंडग्रास सूर्यग्रहण तथा 8 नवंबर की कार्तिक पूर्णिमा के दिन पड़ने वाले चंद्रग्रहण का विशेष प्रभाव रहेगा. आइए जानते हैं ग्रहण और तुला संक्रांति के इस संयोग के बीच देश दुनिया पर क्या होगा असर.
तुला संक्रांति का मौसम पर असर
इस वर्ष कार्तिक मास में तुला संक्रांति सोमवार के दिन कृष्ण पक्ष की अष्टमी को चंद्रमा के पुनर्वसु नक्षत्र में रहते हुए सिद्ध योग तथा बालव करण के समय हो रही है. इस योग के प्रभाव से दक्षिण भारत में उत्तर-पूर्व मानसून के कारण अच्छी वर्षा होगी.
तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना आदि क्षेत्रों में अगले 30 दिनों में विशेष रूप से सूर्य ग्रहण और चंद्रग्रहण के आस-पास अच्छी वर्षा होने की संभावना दिखती है. उत्तर भारत में सर्दी इस साल जल्दी आएगी. 8 नवंबर के चंद्र ग्रहण के बाद तापमान में तेजी से गिरावट आएगी, तथा गुरु-बुध के सम-सप्तक योग के चलते पहाड़ों पर जल्दी बर्फ पड़ने लगेगी.
तुला संक्रांति से सरकार को परेशानी
सूर्य के तुला राशि में प्रवेश के समय बनने वाली कुंडली में वृषभ लग्न उदय हो रहा है, जो कि आजाद भारत की कुंडली (15 अगस्त 1947 मध्यरात्रि) के लग्न से मेल रखता है. ज्योतिषीय नियम के अनुसार, सूर्य संक्रांति, अमावस्या या फिर पूर्णिमा के समय उदय होने वाला लग्न अगर किसी राष्ट्र की स्थापना कुंडली के लग्न की राशि का बने तो वह समय उस राष्ट्र विशेष की केंद्र सरकार और उसके बड़े नेताओं के लिए विशेष रूप से संवेदनशील हो सकता है. Also Read – ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ फेम एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर ने फांसी लगाई, बिग बॉस में भी आई थी नजर, 30 की उम्र में लगाया मौत को गले …
तुला संक्रांति की कुंडली में सूर्य छठे भाव में जिसका संबंध विवाद एवं दुर्घटना से है, उस भाव में केतु के साथ होगा जिस पर शनि की दसवीं दृष्टि रहेगी. जबकि नवांश में सूर्य मंगल के साथ युत होकर शनि की तीसरी दृष्टि से पीड़ित हैं. इस योग के प्रभाव से केंद्र सरकार के बड़े नेताओं को प्रतिकूल स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है. कुछ वरिष्ठ नेता विवादों में आ सकते हैं या उनकी सेहत खराब हो सकती है.
तुला संक्रांति से आपकी जेब पर असर
सूर्य के तुला संक्रांति कुंडली में धन स्थान पर मंगल और चंद्रमा का योग बना है जो व्यापारी वर्ग के लिए शुभ है. दीपावली पर अच्छी बिक्री से व्यापारियों को पिछले तीन वर्षों की तुलना में अधिक लाभ मिलेगा तथा केंद्र सरकार का राजस्व भी 2019 की तुलना में काफी बढ़ेगा. संक्रांति कुंडली में पंचम भाव में बुध-शुक्र पर गुरु और मंगल की दृष्टि है, जिससे फिल्म उद्योग, शेयर बाजार, रेडीमेड वस्त्र एवं सौंदर्य प्रसाधन, पर्यटन उद्योग में अगले 30 दिनों में वृद्धि के अच्छे संकेत दिख रहे हैं. लेकिन महंगाई से आम जनता को रहत मिलने वाली नहीं है. लोगों को अपने बजट से बाहर जाकर खर्च करना होगा जिससे मानसिक बेचैनी होगी.
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