मगहर,उप्र.  संत कबीर दास का 620वां प्राकट्य दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी आज उत्तरप्रदेश के मगहर पहुंचे, ये वही स्थान है जहां कबीर दास जी की समाधि है. प्रधानमंत्री ने यहां पर ‘संत कबीर अकादमी‘ की आधारशिला रखी. प्रधानमंत्री के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. इसके बाद पीएम मोदी ने यहां जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कबीर की महिमा का बखान करते हुए कांग्रेस-सपा और बसपा पर तीखे हमले भी किए.

प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन के दौरान बीच बीच में कबीर के दोहों के माध्यम से उनकी महिमा बताई. प्रधानमंत्री ने कहा भारत को महान संतों का जन्म स्थली होने का गौरव है.यहां हर क्षेत्र में ऐसे महान संत हुए जिसके बदौलत हमारा देश कई सालों तक गुलाम रहने के बाद भी इसके मूल स्वभाव में बदलाव नहीं आया. प्रधानमंत्री ने कहा ये हमारे देश की महान धरती का तप है, उसकी पुण्यता है कि समय के साथ, समाज में आने वाली आंतरिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए समय-समय पर ऋषियों, मुनियों, संतों का मार्गदर्शन मिला.

अपने संबोधन के दौरान मोदी ने कबीर के इस दोहे को प्रमुखता याद किया-

पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय, ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ दल बस कलह और राजनीति चाहते हैं, ये दल समाजवाद और बहुजन वाद के नाम पर ढोंग कर रहे हैं, ये वही लोग हैं जिन्होंने अपने लिए करोड़ों के बंगले बनवाए हैं, ऐसे लोगों से यूपी के लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.मोदी ने कहा कुछ दलों को शांति और विकास नहीं, कलह और अशांति चाहिए. उनको लगता है जितना असंतोष और अशांति का वातावरण बनाएंगे उतना राजनीतिक लाभ होगा. सच्चाई ये है ऐसे लोग जमीन से कट चुके हैं. इन्हें अंदाजा नहीं कि संत कबीर, महात्मा गांधी, बाबा साहेब को मानने वाले हमारे देश का स्वभाव क्या है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि 14-15 वर्ष पहले जब पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी यहां आए थे, तब उन्होंने इस जगह के लिए एक सपना देखा था. उनके सपने को साकार करने के लिए मगहर को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र में सद्भाव-समरसता के मुख्य केंद्र के तौर पर विकसित करने का काम अब किया जा रहा है.