रायपुर. 14वीं लोकसभा के अध्यक्ष रहे और 10 बार सांसद चुने सोमनाथ चटर्जी के निधन के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह समेत कई बड़े नेताओं ने श्री चटर्जी के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
लोक सभा के पूर्व अध्यक्ष तथा सदन में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने वाले वरिष्ठ सांसद श्री सोमनाथ चटर्जी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। बंगाल और पूरे भारत ने एक संवेदनशील लोक सेवक खो दिया है। उनके परिवार और अनगिनत चाहने वालों के प्रति मेरी शोक- संवेदनाएं – राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 13, 2018
Former MP and Speaker Shri Somnath Chatterjee was a stalwart of Indian politics. He made our Parliamentary democracy richer and was a strong voice for the well-being of the poor and vulnerable. Anguished by his demise. My thoughts are with his family and supporters.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 13, 2018
लोकसभा के पूर्व स्पीकर श्री #SomnathChatterjee के निधन का दुःखद समाचार मिला। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्मा को शांति एवं उनके परिजनों को इस दुःख की घड़ी में धैर्य प्रदान करें। भारतीय राजनीति में श्री चटर्जी के अतुलनीय योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) August 13, 2018
वे काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनका डायलिसिस किया जा रहा था. रविवार को दिल का हल्का दौरा पड़ा था जिसके बाद उनकी स्थिति और बिगड़ गयी. कोलकाता के एक निजी अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि गुर्दे संबंधी समस्या से जूझ रहे चटर्जी को मंगलवार को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पिछले महीने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष को मस्तिष्काघात के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. पिछले 40 दिनों से चटर्जी का उपचार चल रहा है. स्वास्थ्य में सुधार के संकेत मिलने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी लेकिन मंगलवार को हालत बिगड़ने के बाद उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. छत्तीसगढ़ कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने भी पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी के देहांत को भारत के लिए दुखदाई बताया है.
सोमनाथ चटर्जी से जुड़ी खास बातें और नेताओ के ट्वीट
- सोमनाथ चटर्जी का जन्म 25 जुलाई 1929 को असम के तेजपुर में हुआ था. उनके पिता का निर्मल चंद्र चटर्जी और मां का नाम वीणापाणि देवी था. सोमनाथ चटर्जी के पिता अखिल भारतीय हिंदू महासभा के संस्थाकों में से थे एक थे और पेश से वकील थे.
- सोमनाथ चटर्जी ने कोलकाता और ब्रिटेन में पढ़ाई की. ब्रिटेन के मिडिल टैंपल से लॉ की पढ़ाई करने के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट वकील हो गये. लेकिन इसके बाद उन्होंने राजनीति में आने का फैसला किया. वह एक प्रखर वक्ता के तौर पर लोगों की नजरों में आ चुके थे.
- सोमनाथ चटर्जी का राजनीतिक जीवन विरोधाभाषों के साथ शुरू हुआ. उनके पिता जहां दक्षिणपंथी राजनीति से थे तो सोमनाथ ने करियर की शुरुआत सीपीएम के साथ 1968 में की.
I mourn the passing away of Shri Somnath Chatterjee, 10 term MP and former Speaker of the Lok Sabha. He was an institution. Greatly respected and admired by all parliamentarians, across party lines. My condolences to his family at this time of grief. #SomnathChatterjee
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 13, 2018
1971 में पहली बार वह सांसद चुने गये और फिर 10 बार लोकसभा के सांसद बने. राजनीति में सोमनाथ चटर्जी एक बहुत ही सम्मान नेता के तौर पर देखा जाता है.
I am sorry to know about the sad demise of Shri #SomnathChatterjee. In spite of our ideological differences, we cherished a very cordial relationship. My heartfelt condolences to the bereaved family.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) August 13, 2018
सोमनाथ चटर्जी की पत्नी रेणु चटर्जी का कुछ दिन पहले ही निधन हुआ है. उनके परिवार में एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं.
We are deeply saddened by the passing of #SomnathChatterjee Ji, former LS Speaker, 10 times MP, widely respected & admired by all cutting across party lines. Have many fond memories of him as we shared a very cordial relationship. Our thoughts and prayers for bereaved family.
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) August 13, 2018
1971 से सांसद चुने जाने के बाद वह हर लोकसभा के लिये चुने गये. साल 2004 में वह 10वीं बार लोकसभा के लिये चुने गये.
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्री सोमनाथ चटर्जी जी के निधन का समाचार सुन बेहद दुःख हुआ।
भारतीय राजनीति के एक मजबूत स्तंभ थे वो।
इस दुःख की घड़ी में ईश्वर उनके परिवार एवं शुभचिंतको को धैर्य प्रदान करें।#SomnathChatterjee— Brijmohan Agrawal (@brijmohan_ag) August 13, 2018
उन्होंने 35 सालों तक सांसद के तौर पर देश की सेवा की और 1996 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
लोकसभा के पूर्व स्पीकर श्री #SomnathChatterjee जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। ईश्वर उनकी पुण्य आत्मा को शांति दें और दु:ख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की शक्ति दें।
— Ajay Chandrakar (@Chandrakar_Ajay) August 13, 2018
साल 2004 में 14वीं लोकसभा के लिये उन्हें सभी दलों की सहमति से लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया.