नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान संकट के बीच मंगलवार को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक बुलाई. इस बैठक में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने पर चर्चा होगी. बैठक में अंबिका सोनी, आनंद शर्मा, वीरप्पा मोइली और केसी वेणुगोपाल शामिल हुए.

कांग्रेस दो मोर्चो पर समाधान निकालने की कोशिश में है, पहला- राजस्थान के मुद्दे को सुलझाने और दूसरा पार्टी के लिए अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को शॉर्टलिस्ट करने के लिए. इस बीच, कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में अशोक गहलोत की बजाए अब कुमारी शैलजा के नाम पर विचार किया जा सकता है, जबकि राहुल गांधी की पसंद के.सी. वेणुगोपाल बताए जा रहे हैं. हालांकि अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है.

कमलनाथ का अध्यक्ष के कार्यभार से इंकार

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ की बात करें तो उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने से मना कर दिया है और मध्य प्रदेश में पार्टी के लिए काम करना जारी रखने की इच्छा जताई है. वे फिलहाल मध्यप्रदेश की राजनीति में ही रहना चाहते हैं. राजस्थान में बढ़ते ‘ड्रामे’ को देखते हुए कांग्रेस नेतृत्व पार्टी के शीर्ष पद के लिए अब प्लान-बी पर विचार कर रही है.

मल्लिकार्जुन और मुकुल भी विकल्प

पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दावेदार के रूप में देखा जा रहा था. कमलनाथ के मना करने के बाद पार्टी के पास मुकुल वासनिक और मल्लिकार्जुन खड़गे भी विकल्प हैं, लेकिन समय अब कम है. चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 30 सितंबर नामांकन का अंतिम दिन है. गहलोत के उत्तराधिकारी का फैसला करने के लिए जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें पार्टी को विरोध का सामना करना पड़ा था, क्योंकि गहलोत समर्थक विधायकों को सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाना पसंद नहीं है.

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