रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल में विभिन्न विभागों में लगभग 788 महिलाएं कार्यरत हैं. जो विभिन्न पदों पर रहते हुए रेलवे के कार्यों को अंजाम देती है. इसमें से 22 महिलाएं भारतीय रेलवे के सुरक्षा बल विभाग में कार्यरत हैं, जो दिन-रात यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उन्हें सुरक्षा प्रदान करती हैं.

रेलवे सुरक्षा बल की महिलाओं ने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए विशिष्ट कार्य किये हैं. रेलवे सुरक्षा बल निरीक्षक डिटेक्टिव विंग भिलाई में पदस्थ निशा खटानी ने 2019 में 33 किलो गांजा पकड़ा गया, जो लगभग 1,65,000 रुपए की लागत का था. 6 प्रकरण यात्रियों का सामान चोरी करने वालों का दर्ज कर 7 आरोपियों को पकड़ा. 4 प्रकरण दंड प्रक्रिया संहिता के तहत दर्ज किए वहीं एक बच्चे का रेस्क्यू कर उसके परिजनों को सुपुर्द किया. 11 प्रकरण अवैध रेल टिकट दलाली के दर्ज कर 12 लोगों को गिरफ्तार किया, इनसे 11,74,540 रुपए की लागत के 769 टिकट पकड़े गए थे.

इसी प्रकार असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर कुसुम वर्मा सेटलमेंट ने 3 केस टिकट दलाली के दर्ज कर लगभग ₹58,323 के 46 टिकट पकड़े रेलवे सुरक्षा बल में कार्यरत सहायक उप निरीक्षक ए.नरसम्मा, आरक्षक सीमा जोशी, कविता ने लगभग 16 बच्चों का रेस्क्यू कर उनके अभिभावकों एवं चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया.

महिला यात्रियों के खास है तेजस्विनी व्हाट्सएप ग्रुप

रेलवे सुरक्षा बल महिला निरीक्षकों एवं आरक्षकों द्वारा 3 अप्रैल 2018 से तेजस्विनी व्हाट्स एप ग्रुप का भी संचालन किया जाता है, जो ट्रेनों में सफर कर रही महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है. तेजस्विनी व्हाट्स एप ग्रुप के जरिए वर्ष 2019 में लगभग 24 और 2018 में लगभग 61 प्रकरणों का निदान किया गया था.इसके अतिरिक्त रेलवे सुरक्षा बल के हेल्पलाइन नंबर 182 यात्रियों के बीच बहुत लोकप्रिय है. वर्ष 2019 -20 में सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 182 पर रायपुर मंडल में 259 प्रकरण दर्ज कर उनका निदान किया गया.