लखनऊ. यूपी के विधानमंडल में सरकार को घेरने की सपा ने बड़ी तैयारी की है. विधानसभा में सपा मुखिया अखिलेश यादव नेता विरोधी दल हैं तो विधान परिषद में पार्टी ने संजय लाठर को विधान परिषद दल का नेता चुना है. समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे वरिष्ठ नेता अहमद हसन के निधन के बाद से खाली पड़े पद पर लाठर को यह जिम्मेदारी मिली है.

विधान परिषद के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश सिंह की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है. इसमें कहा गया है कि लाठर 28 मार्च से विधान परिषद में नेता विरोधी दल होंगे. उत्तर प्रदेश राज्य विधान मंडल (सदस्यों की उपलब्धियां और पेंशन) अधिनियम के तहत उन्हें मंत्रि-परिषद के सदस्यों के समान वेतन, आवास, सवारी और ऐसी अन्य सुविधाएं दी जाएंगी, जिनका अधिनियम में प्रावधान किया गया है. संजय लाठर का विधान परिषद सदस्य के तौर पर मौजूदा कार्यकाल 26 मई 2022 तक है. वह मनोनीत क्षेत्र से परिषद के सदस्य हैं.

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बता दें कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बेहद करीबी संजय लाठर को पार्टी ने मथुरा के मांट से विधानसभा चुनाव लड़ाया था. चुनाव में हारने के बाद भी वह विधान परिषद सदस्य के पद पर बराकरार हैं. विधान परिषद सदस्य संजय लाठर जाट समाज से आते हैं. विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बने संजय लाठर नेता प्रतिपक्ष होंगे. इस संबंध में सूचना जारी कर दी गई है. सोमवार को विधायकों के शपथ ग्रहण के बाद लाठर को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष घोषित किया गया है.