रायपुर। कार्तिक के पूरे महीने में दीपदान का विशेष महत्व होता है. हिंदू धर्म में अग्नि को सबसे ज्यादा पवित्र माना गया है. अग्नि के प्रतीक के रूप में दीपक को सबसे पवित्र माना जाता है. इस पूरी मास हम अलग-अलग मुखी दीप को प्रज्जवलित कर अपनी मनोकमनाओं की पूर्ण कर सकते हैं. इसे भी पढ़ें : Global Hunger Index : भारत में और बढ़ी भूखमरी, पाकिस्तान-श्रीलंका से भी पिछड़ा, 121 देशों की सूची में 107वें पायदान पर…

एक मुख- यहां दीपक में एक बत्ती डालकर पूजा पाठ. इसे सामान्य: हम हमेशा भगवान की भक्ति, जाप के लिए प्रयोग करते हैं. इस तरह के दीपक को जलाने पर ईश्वर की सरलता से कृपा मिल जाती है. कार्तिक मास में रोज शाम को पूजा स्थान पर एक मुखी दीपक जलाना उत्तम होता है.

दो मुख- दो मुखी दीपक को स्वास्थ्य और आयु रक्षा के लिए प्रयोग किया जाता है. इस तरह दीपक में भी दो बत्ती होती है. जिसके दो सिरे जलाए जाते हैं. भगवान शिव के समक्ष प्रार्थना कर अपनी समस्याओं को बोलना चाहिए. ध्यान रहे घी का दीपक होना चाहिए.

इसे भी पढ़ें : अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने पाकिस्तान को बताया दुनिया का सबसे खतरनाक देश, जानिए क्या है वजह…

तीन मुख- तीन मुख विशेष दिशाओं में खूब लाभकारी होता है. इस प्रयोग से शत्रु बाधा और विरोधियों की समस्या दूर हो जाती है. दीपक में दो बत्ती होती है एवं तीन सिरों को जलाया जाता है. कार्तिक में हर शनिवार दीपक घर के मुख्य द्वार पर जलाएं. दीपक में सरसो का तेल भरने से जल्द लाभ होता है.

चार मुख- हर तरह की मनाकामना की पूर्ति के लिए चर्तुथ मुखी दीपक जलाया जाता है. धन प्राप्ति, ग्रह दोष निवारण और सिद्धि प्राप्त करने के लिए दीपक सबसे Óयादा प्रयोग होता है. दो बत्ती होती है और चारों सिरों को जलाया जाता है. इसे पूजा स्थान पर जलाया जाता है. ध्यान रहे दीपक में घी ही भरा जाए.

CG NEWS : कबड्डी खेलने के दौरान महिला खिलाड़ी की मौत, प्रदेश में यह दूसरा मामला

छह मुखी- संतान की प्राप्ति और संतान संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए इसका प्रयोग किया जाता है. इस तरह के दीपक में तीन बत्ती होती है इन के छह सिरों का जलाया जाता है. पति-पत्नि एक साथ यह प्रयोग करे तो संतान संबंधी समस्याओं का निवारा आसानी से हो जाता है. हर बुधवार गणेशजी के सामने छह मुखी दीपक जलाए.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक