रायपुर। सारा व्याख्यान आज गांधी जी के मार्ग को लेकर है. गांधी ने कभी नहीं कहा मुर्दाबाद के नारे लगाओ. ये कैसी विचारधारा की बात कर रहे है. नाथूराम गोडसे ने जो किया उसकी उन्हें सजा मिली. उन्हें फांसी दी गई थी. गांधी जी ने ये कभी नहीं कहा खून का बदला खून से लो. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर आयोजित विधानसभा के विशेष सत्र ये बातें अपने संबोधन में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कही.

उन्होंने कहा 70 सालों में देश को जो मजबूती मिलनी चाहिए थी, वह अब नहीं मिल पाई है. यह देश आज भी भुगत रहा है. वर्तमान शिक्षा पद्धति ने हमे डिग्री और बेरोजगारी दी है. गांधी जी की सोच रही है कि शिक्षा पद्धति ऐसी हो जो रोजगार खुद पैदा कर सके. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लावलीहुड को बढ़ावा दिया है. ठीक वैसे ही जैसा गांधी जी चाहते थे. सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं. सत्य को लेकर गांधी जी को जेल जाना पड़ा, यातनाएं भुगतनी पड़ी. अडिग रहे. डिगे नहीं. गांधी ने सत्य को ही भगवान माना. आज इस सत्य को लेकर चलने की आवश्यकता है.

कौशिक ने आगे कहा कि अहिंसा के बल पर अंग्रेजों को उन्होंने भगाया, लेकिन ऐसे शासक रहे है जिन्होंने हिंसा का सहारा लिया. ऐसे लोगो का पतन भी हुआ. अहिंसा मानवता को जोड़ती है. गांधी को किसी एक बंधन में नहीं बांधा जा सकता. देश में 70 साल बाद भी लोग खुले में शौचालय जाने पर मजबूर थे. प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी के सपने को पूरा किया. पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का भी जन्मदिन है. आज के प्रस्ताव में उनका जिक्र करना उचित होगा. गांधी जी ने अहिंसा का मार्ग अपनाया.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज नाथूराम गोडसे को लेकर चर्चा नहीं हो रही. सीएम भूपेश ने कहा कि उन्हें गाली देनी चाहिए. क्या मुर्दाबाद गाली नहीं है? सारा व्याख्यान आज गांधी जी के मार्ग को लेकर है. गांधी ने कभी नहीं कहा मुर्दाबाद के नारे लगाओ. ये कैसी विचारधारा की बात कर रहे है. नाथूराम गोडसे ने जो किया उसकी उन्हें सजा मिली. उन्हें फांसी दी गई थी. गांधी जी ने ये कभी नहीं कहा खून का बदला खून से लो. उन्होंने कहा यदि आज 150 वीं जयंती मना रहे है तो मुख्यमंत्री इस सदन में आज ही पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कर दें.