रेलवे में मिले ठेके की कुल रकम का 2% बतौर रिश्वत मांग रहे दो अफसरों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है. अंबाला कैंट में तैनात वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार अभियंता और वहीं पर तैनात मुख्य कार्यालय अधीक्षक को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने करीब 1 लाख 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी के मुताबिक, जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उसमें 2010 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस (Indian Railway Service) के अधिकारी विवेक लांगयन और मुख्य कार्यालय अधीक्षक पवन कुमार शामिल हैं. यह दोनों ही अंबाला कैंट रेलवे कार्यालय में तैनात हैं.
1 करोड़ से ज्यादा का था टेंडर
इस मामले में एक ठेकेदार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को शिकायत दी थी कि उसे ओपन टेंडर के माध्यम से एक करोड़ 15 रुपए और 92 लाख रुपए के दो ठेके मिले थे. इन प्रोजेक्ट का काम पूरा होने के पश्चात उसने रेलवे के सामने संशोधित आकलन यानी काम में जितना पैसा खर्चा हुआ उसकी बाबत बिल आदि पेश किए.
आरोप है कि मुख्य कार्यालय अधीक्षक ने संशोधित आकलन का अनुमोदन करने के बदले उससे कुल ठेके की राशि जो संशोधित आकलन के आधार पर आई थी, उसमें 2% कमीशन की मांग की. यह भी आरोप है कि उसने रिश्वत की मांग वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार अभियंता की तरफ से की, जिन्हें वह पूरा बिल पास करना था. आरोप है कि ठेकेदारको धमकाया गया कि यदि वह रिश्वत की राशि नहीं देगा तो उसका बिल पास नहीं होगा.
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने की छापेमारी इसके बाद सीबीआई ने जाल बिछाकर एक लाख 80 हजार रुपए की रिश्वत ले रहे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों के अंबाला स्थित कार्यालय एवं अन्य ठिकानों पर छापेमारी की गई. सीबीआई का दावा है कि छापेमारी के दौरान अनेक आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनकी जांच की जा रही है.