Sriganganagar Crime News: श्रीगंगानगर के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर कुलजीत राणा पर बुधवार देर रात हुए जानलेवा हमले में उसकी मौत हो गई। बीकानेर में इलाज के दौरान कुलजीत ने दम तोड़ दिया। हमलावरों ने कुलजीत पर तलवार, रॉड और लाठियों से ताबड़तोड़ वार किए। इस हमले में उसके हाथ-पैर तोड़ दिए गए थे। हमला इतना बर्बर था कि हमलावरों ने घायल कुलजीत के मुंह में पिस्तौल ठूंस दी और मारपीट के बाद उस पर पेशाब भी किया।

गैंगवार की आशंका
हमले के पीछे गैंगवार का शक जताया जा रहा है। कुलजीत राणा पर हमला करने वाले हमलावरों के विरोधी गैंग से जुड़े होने की संभावना है। घटना श्रीगंगानगर के पुरानी आबादी थाना इलाके के ट्रक यूनियन पुलिया के पास की है।
SP की निगरानी में कार्रवाई
श्रीगंगानगर एसपी गौरव यादव ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है। हमलावरों को चिह्नित कर लिया गया है, और उनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है।
बर्बरता का वीडियो वायरल
इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में करीब आधा दर्जन हमलावर कुलजीत को घेरकर तलवार और रॉड से मारते हुए दिख रहे हैं। मारपीट के बाद एक हमलावर घायल कुलजीत के मुंह पर पेशाब करते हुए भी नजर आ रहा है।
कुलजीत पर थे 10 से अधिक केस
हिस्ट्रीशीटर कुलजीत राणा पर श्रीगंगानगर के विभिन्न थानों में लूट, डकैती और जानलेवा हमलों सहित 10 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
भाई ने नामजद किया 9 आरोपियों को
कुलजीत राणा के भाई गुरुराज वर्धन सिंह ने गुरजीत सिंह, नवजोत सिंह, बबू बाठ, जंटा निहंग, जश्नप्रीत सिंह, हमजोत सिंह, जश्न बराड़, और आकाश सहित अन्य पर हमले का आरोप लगाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
पढ़ें ये खबरें
- Breaking News : सीआरपीएफ कैंप में जवान ने की खुदकुशी, AK-47 से खुद को मारी गोली
- AIIMS की लेडी डॉक्टर ने की खुदकुशी की कोशिश, ड्यूटी के बाद घर पर लगा लिया जहरीला इंजेक्शन, कई गरीब मरीजों का उठा चुकी हैं खर्च
- रायपुर के रजवाड़ा रिसॉर्ट में बड़ा हादसा, रेस्तरां की फॉल सीलिंग गिरने से खाना खा रहे कई लोग घायल
- ‘जानता हूं वो मेरी पत्नी को लेकर OYO जाएगा…’, जिसके साथ लव मैरिज कर बसाई दुनिया, उसी के अवैध संबंध से परेशान पति ने दी जान, सरकार से कहा- हर बार लड़कियां सही नहीं होती…, 498 में बदलाव की मांग
- ‘सागरा प्राण तळमळला’ के 115 वर्ष पूर्ण : गृहमंत्री अमित शाह बोले- देशभक्ति की अभिव्यक्ति की पराकाष्ठा है वीर सावरकर की ‘सागरा प्राण तळमळला’


