रायपुर। राज्य के विकास में यूनाइटेड नेशंस की विभिन्न संस्थाएं सहयोग करेंगी। इस संबंध में शुक्रवार को राज्य योजना आयोग छत्तीसगढ़ एवं यूएन रेजीडेण्ट कॉर्डिनेटर की बैठक में सहमति व्यक्त की गई। बैठक में यूएन रेजीडेण्ट कॉर्डिनेटर रेनेटा लोक डेसालिएन, छत्तीसगढ़ राज्य योजना के उपाध्यक्ष अजय सिंह, राज्य योजना आयोग के सदस्य डॉ. के. सुब्रमणियम, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा एवं शासन के विभागों के प्रमुख अधिकारियों एवं यूएन एजेंसियों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में यूएन की रेनेटा ने कहा कि वे छत्तीसगढ़ के दौरे पर फिर से आएंगी तब तक छत्तीसगढ़ में प्राथमिकता वाले कार्यों का प्रस्ताव शासन के विभाग तैयार कर ले। तैयार प्रस्तावों पर चर्चा कर सहयोग करने की कार्रवाई की जाएगी। बैठक में रेनेटा ने छत्तीसगढ़ के आतिथ्य की सराहना की और आश्वासन दिया कि वे अधिकारियों द्वारा दिए प्रस्ताव एवं आग्रह पर यूएन एजेंसियों से वार्ता करेंगी।

बैठक में अजय सिंह ने रेनेटा को छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद से प्रदेश में हुई प्रगति से अवगत कराया। साथ ही उन्होंने कुछ चिन्हित लक्ष्यों पर यूएन एजेंसियों के सहयोग से कार्य करने की इच्छा व्यक्त की। बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग, पंचायत विभाग, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, नगरीय प्रशासन आदि विभागों के प्रमुखों ने यूनाइटेड नेशंस की विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से होने वाले कार्यों की जानकारी प्रदान की एवं भावी सहायता हेतु कार्यक्रमों की आवश्यकता पर अपने विचार रखे। महिला बाल विकास विभाग के संचालक जन्मेजय महोबे ने यूनीसेफ के सहयोग से संचालित कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान करते हुए राज्य में कुपोषण मुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान के अध्ययन का आग्रह किया। योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के सचिव आशीष भट्ट ने सतत् विकास लक्ष्यों पर यूनीसेफ के साथ मिलकर प्रदेश में हो रहे कार्यो की जानकारी प्रदान की। महासमुंद जिला पंचायत के सीईओ डॉ रवि मित्तल ने रेनेटा को सिरपुर को यूनेस्कों की विश्व विरासत में शामिल करने का आग्रह किया।