सूर्यभान द्विवेदी, अमेठी. उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्य ने अमेठी में बुधवार को महिला उत्पीड़न को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज शिक्षा का अभाव है. सोशल मीडिया का जमाना है. सोशल मीडिया में लोगों की एक दूसरे से वार्ता इतनी आसान हो गई है. जिससे घरेलू हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं.

प्रियंका मौर्य ने कहा कि आज सोशल मीडिया का जमाना है. सोशल मीडिया में लोगों की एक दूसरे से वार्ता इतनी आसान हो गई है जिससे घरेलू हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं. जिसकी वजह से महिलाएं सफर कर रही हैं. मुझे लगता है कि महिलाओं को सशक्त होने की आवश्यकता है. महिलाओं को अपने आप भी ध्यान देना आवश्यक है. ताकि वह ठीक तरीके से अपने बारे में अपने परिवार के बारे में अपने भविष्य के बारे में सोच पाए. घरेलू हिंसा से बाहर निकाल पाए.
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डॉ. प्रियंका ने कहा कि हमारा यह प्रयास है कि हम इन केसेस में भी महिलाओं को मदद पहुंचा पाएं क्योंकि ज्यादातर मामलों में दोनों तरफ से ही इंवॉल्वमेंट होता है तो मुश्किल हो जाती है. दोनों पक्ष को सुने और उसके अनुसार आपसी सुलह समझौता करते हुए लोगों का घर परिवार बचा पाए. एटमॉस्फेयर का असर है. हर किसी के हाथ में आजकल फेसबुक इंस्टाग्राम है. एक दूसरे से कनेक्ट होने के बहुत सारे ऐसे माध्यम हैं.
महिलाएं खुद को सशक्त बनाएं, ये सबसे बेहतर हथिहार होगा- प्रियंका
तीसरी एक बहुत बड़ी चीज उन्होंने कही कि शिक्षा अपने करियर की तरफ कम है. ऐसी चीजों में ज्यादा है. जिसे वह इधर-उधर डायवर्ट होती हैं. उनकी समस्याएं बढ़ती हैं. पुरुषों का भी थोड़ा सा वायलेंस मैं देख पा रही हूं. क्योंकि मेरे पास जितनी भी महिलाएं आई हैं उनकी यही कहानी है. दहेज पीड़ित का जो भी मामला है उसका हम संज्ञान ले रहे हैं. महिलाएं हमेशा से संवेदनशील रहती हैं अगर महिलाएं खुद को सशक्त बना पाएंगी तो वह उनके लिए सबसे बेहतर हथिहार होगा.
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