मुजफ्फरनगर. किसान नेता राकेश टिकैत ने कांवड़ यात्रा को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ‘कांवड़ यात्रा का समाधान यह है कि जो भारी-भरकम कांवड़ चल रही हैं, उन्हें नियंत्रित करना होगा. सामाजिक लोग, क्योंकि बच्चे तो नहीं कह सकते, उन्हें समझना होगा.’
टिकैत ने कहा कि ‘कुछ लोग प्रतिस्पर्धा में कहते हैं कि मैं 51 किलो की कांवड़ लाया, अगली बार 61 किलो, फिर 75 किलो, 101 किलो, और 150 किलो की कांवड़ लाएंगे. इन्हें रोकने वाला कोई तो होना चाहिए. उनकी हालत खराब हो रही है, चलते-चलते. सामाजिक लोग उन्हें समझाएं कि अपने वजन का 10-20% वजन की कांवड़ ही ले जाएं’.
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कांवड़ के दौरान होटलों पर नेम प्लेट लगाने वाले सरकारी आदेश पर टिकैत ने कहा कि ‘नेम प्लेट का डिज़ाइन यह है और पूरे देश में यही चलता है. हमारे यहां ही नहीं चल रहा. किसी होटल में वेज खाना बन रहा है तो वह हरे रंग में लिखता है वेज और जहां नॉन वेज बनता है वह लाल रंग में नॉन वेज लिखता है. जहां दोनों मिलते हैं वह दोनों लिखता है. यह तरीका होता है बताने का कि यहां क्या बनता है. यह पूरे यूपी में लागू होना चाहिए. हम महाराष्ट्र, कर्नाटक गए सभी जगह इसी प्रकार से लिखा जाता है, बस यहीं नहीं लिखा जाता. यह लागू हो जाए तो सारी रार ही खत्म हो जाएगी.’
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