बिलासपुर। प्रदेश सरकार के एक और मंत्री का विवादास्पद बयान सामने आया है. श्रम मंत्री भैयालाल रजवाड़े ने छत्तीसगढ़ से मजदूरों के पलायन को लेकर कहा कि लोग लालच में पलायन करते हैं. उनका पलायन रोकने सरकार राहत कार्य खोलेगी.
भैयालाल रजवाड़े ने यह बयान आज बिलासपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए दिया. इसके साथ ही उन्होंने गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के कंबल वाले बाबा से इलाज करवाने का भी बचाव किया. उन्होंने उल्टे पत्रकारों पर ही सवाल दाग दिया कि अगर गृहमंत्री रामसेवक पैकरा बाबा के पास गए तो क्या हो गया. उनको शुगर का इलाज करना था इसलिए गए. अगर अपने काम के लिए बाबा के पास जाते है तंत्र-मंत्र कराते है तो क्या हो गया.
श्रम मंत्री भइया लाल रजवाड़े ने एक तरफ सरकार के किसानों को बोनस की घोषणा की तारीफ की है और कहा सूखे का कारण अवर्षा है. वर्षा ही काम हुई तो सरकार क्या करेगी? लेकिन जल्द ही रोजगारमूलक काम खोले जाएंगे. श्रम मंत्री ने सूखे के कारण पलायन करने वाले मजदूर किसानों को लालच के कारण पलायन करने वाला कहा है. मंत्री ने कहा की एक मुश्त पैसे के लालच में पलायन करते है. श्रम मंत्री ने गृह मंत्री राम सेवक पैकरा के बाबा से इलाज का समर्थन किया और कहा की इसमें कोई बुराई नहीं है. जड़ी-बूटी से इलाज करा रहे है, कोई राम रहीम या आसाराम बाबा थोड़े है.
गौरतलब है कि प्रदेश के असिंचित क्षेत्रों से हर साल बड़ी संख्या में मजदूरों का पलायन होता है. प्रदेश में रोजगार के अभाव में यहां के छोटे किसान और मजदूर देश के कई हिस्सों में मजदूरी करने जाते है।
वैसे भी प्रदेश के श्रम मंत्री अजीबोगरीब बयान देने के लिए जाने जाते हैं. श्रम मंत्री के बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में तीखी प्रतिक्रियाएं हो रही है. प्रदेश कांग्रेस ने मंत्री के बयान को गैरजिम्मेदाराना बताया है. कांग्रेस के प्रवक्ता ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था एकदम लचर है. जिस प्रदेश के जिम्मेदार मंत्री ही को बाबाओं से इलाज करवा रहे हैं, तो फिर जनता का क्या होगा. उन्होंने आगे कहा कि कहने को तो छत्तीसगढ़ में एम्स, अंबेडकर, सिम्स जैसे बड़े अस्पताल हैं, लेकिन वहां की अव्यवस्था किसी से छिपी नहीं है.