विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश जवाब देता है लेकिन जब दिल को ठेंस पहुचाकर पार्टी छोड़ जाने वाले एक जैसी भाषा बोलने लगे तो समझो कि नई प्रकार की कोई कॉकटेल जनता के लिए बन रही है. ऐसा ही एक नजारा बसपा प्रमुख मायावती और बसपा के ही पूर्व नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की एक सोशल मीडिया के बयान में दिखाई देता है.

पिछले लोकसभा चुनाव के समय से ही भारतरत्न बाबा साहब अंबेडकर को लेकर राजनीति तेज हो चली है. कभी संविधान बचाओ तो कभी दलितों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न दोनों में ही अंबेडकर के विचार को लेकर राजनीति हावी है. ऐसे में अंबेडकर की विचारधारा पर चलने वाली मायावती ने X पर एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस और भाजपा एंड कंपनी के लोगों को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटी सेकने की बजाय इनका पूरा आदर सम्मान करना चाहिए. जबकि इन पार्टी के लिए इनके जो भी भगवान हैं उनसे बसपा को कोई ऐतराज नहीं है. लेकिन दलितों और अन्य उपेक्षित के लिए एकमात्र इनके भगवान केवल बाबा साहब अंबेडकर हैं जिनकी वजह से ही इन वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनी अधिकार मिले हैं. उसी दिन इनको सात जन्मों तक का स्वर्ग मिल गया.

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अन्य पार्टी दलित प्रेम का छलावा करती है- मायावती

मायावती ने आगे लिखा है कि कांग्रेस भाजपा आदि पार्टी का दलित और अन्य उपेक्षित वर्ग के प्रति प्रेम विशुद्ध छलावा है. इनसे इन वर्गो का कल्याण असंभव है. इनके कार्य दिखावटी ज़्यादा और ठोस जनहितैषी कम हैं. बहुजन समाज और इनके महान सन्तों का सम्मान बसपा सरकार में ही मिल पाया था.

आपको अपने भगवान मुबारक हो- मौर्य

मायावती की जुबान में सुर मिलाते हुए पूर्व मंत्री और कभी बसपा में नंबर दो रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी इस मामले में अपना बयान जारी किया है. जिसमें उन्होंने बाबा साहब अंबेडकर को दलितों का मसीहा बताते देते हुए अन्य दलों को उनके भगवान के प्रति आस्था को अपनी जगह ही बताया है. उन्होंने अमित शाह पर निशाना साधते हुए लिखा कि ‘शाह जी, आपके भगवान व भगवान के ठेकेदारों ने तो इन्हें धन -धरती, शिक्षा सम्मान से वंचित कर दीन-हीन, अशिक्षित, गरीब व शूद्र बनाकर जानवरों से भी बदतर जिंदगी जीने को मजबूर किया, इसलिए आपका भगवान आपको मुबारक। हम सबके लिए तो डॉ0 अम्बेडकर ही भगवान हैं.’

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इसलिए मचा हुआ है बवाल

बता दे कि मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने सदन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए संसद में कहा- अभी एक फैशन हो गया है – अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.

गृह मंत्री के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केन्द्रीय मंत्री अमित शाह से उनके इस्तीफे की मांग कर दी. राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ‘जब अमित शाह अंबेडकर के बारे में बात कर रहे थे, तो उन्होंने कहा ‘आप लोग 100 बार अंबेडकर का नाम लेते हैं, अगर आपने इतनी बार भगवान का नाम लिया होता, तो आप 7 बार स्वर्ग गए होते’ इसका मतलब है कि बाबा साहेब अंबेडकर का नाम लेना अपराध है और उनका इरादा बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान का विरोध करना था.