अखिलेश जायसवाल,रायपुर. सोशल मीडिया में इंवॉल्व नहीं होना और दूर रहना कितना फायदेमंद होता है. इसे राजधानी की बेटी ने चरितार्थ करके दिखाया है. दरअसल रायपुर की बेटी वैशाली मढ़रिया ने एमबीबीएस के चारों इयर और फाइनल में टॉप कर नया कीर्तिमान रचकर मेडिसिन व गायनी में गोल्ड मेडल और सर्जरी व पीडिया में सिल्वर मेडल हासिल किया है. वैशाली ने यह सब सोशल मीडिया से दूर रहकर किया है. बता दें कि वैशाली मढ़रिया के पिता और मां दोनों ने एमबीबीएस में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके है. अब बेटी ने गोल्ड मेडल लाकर उनका नाम रौशन कर दिया है.

वैशाली ने यह सभी रिकॉर्ड वर्धा के महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट सेवाग्राम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की कोर्स में टॉप कर बनाया है. वहीं सिर्फ मेडिसिन में पांच मेडल के साथ अब तक कुल 25 से ज्यादा मेडल अपने नाम कर चुकी है. ऐसा कर वैशाली ने प्रदेश का ना रौशन कर दिया है. जिससे उसके पूरा परिवार में खूशी का माहौल है. सब उसे बधाई दे रहे हैं. बता दें कि वैशीली के पिता डॉ. एस एन मढ़रिया है जो कि रामकृष्ण केयर हास्पिटल में ब्रेन एवं स्पाइन सर्जन है. वहीं मां डॉ. नलिनी मढ़रिया, आशीर्वाद हास्पिटल डंगनिया में आईवीएफ विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ है. 

पिता डॉ. एस एन मढ़रिया ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि वैशाली ने किसी कोचिंग का सहारा न लेकर सेल्फ स्टडी पर भरोसा जताया है. वो घर में ही रहकर पढ़ाई करती थी. दिनभर का पूरा प्लानिंग व सेड्यूल बनाकर वह पढ़ती थी. उसी मेहनत का नतीजा है कि आज उनकी बेटी ने टॉप किया है. पिता ने ये भी बताया कि वह सोशल मीडिया में इंवॉल्व नहीं थी. आज के दौर में बच्चे फेसबुक, वाट्सअप और इंस्टा जैसे कई तमाम सोशल साइड्स में एक्टिव रहते जिस वजह से वो बच्चे पढ़ाई से दूर हो जाते है. उन्होंने कहा कि बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रहने की जरुरत है.

वाकई यदि देखा जाए तो आज कल बच्चे किताबों में कम और सोशल मीडिया में ज्यादा सक्रिय रहते है. जिसका नतीजा उनके परीक्षा परिणामों में देखने को मिलता है. हालांकि सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल किया जाए, तो बच्चे इससे बहुत कुछ सीख सकते है. लेकिन वो नॉलेज की चीजों को न देखकर टाइम पास जैसी चीजों पर ज्यादा फोकस करते है. इसलिए हम भी आपसे अपील करते है कि सोशल मीडिया में नॉलेज की चीजों पर समय दें, बेवजह समय को बर्बाद नहीं करें. क्योंकि यह समय अनमोल है.