रायपुर. संपत्ति का मोह कितना खतरनाक होता है यह बात मंगलवार को साबित हो गई, जब पुलिस ने वृद्ध महिला की हत्या के आरोप में उसके दत्तक पुत्र को गिरफ्तार किया, जिसने अपनी मां की हत्या कर शक न हो इसके लिए मेकाहारा में देहदान कर दिया. लेकिन उसकी साजिश धरी रह गई, शक की बिना पर की गई पुलिसिया पूछताछ में उसने पूरा कच्चा चिट्ठा खोल दिया.
जानकारी के अनुसार, थाना पुरानी बस्ती पुलिस को प्रोफेसर कालोनी के लोगों से जानकारी मिली की प्रोफेसर कालोनी में निवासरत वृद्ध महिला हेमप्रभा बोस कुछ दिनों से दिखाई नहीं दे रही है, वहीं उसके साथ रहने वाला लड़का भी कभी-कभी संदिग्ध स्थिति में आ-जा रहा है. इस पर पुलिस ने लड़के से पूछताछ में अपना नाम सुदीप बोस होना बताया, और महिला के संबंध में गोल-मोल जवाब देकर गुमराह करने का प्रयास किया. इसके बाद पुलिस ने हेमप्रभा बोस के रिश्तेदारों की पतासाजी कर उन्हें घटना की जानकारी दी, जिसके बाद कांकेर जिले में रहने वाले उनके भाई जगदीश चन्द्र बोस ने थाना पुरानी बस्ती में लिखित शिकायत देकर सुदीप बोस पर हेमलता की हत्या करने की आशंका जताई.
पीएम रिपोर्ट में हुआ हत्या का खुलासा
जांच के दौरान थाना पुरानी बस्ती की टीम को जानकारी मिली की हेमप्रभा का शव मेकाहारा मेडिकल कालेज में दान दिया गया है, जिस पर मर्ग कायम कर मृतिका के शव को मेडिकल कालेज से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराया गया, शार्ट पीएम रिपोर्ट में मृतिका की हत्या गला दबाकर करना पाया गया, जिसके बाद सुदीप बोस से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपनी मां की हत्या करने की बात कबूल कर ली.
संपत्ति को लेकर होता था झगड़ा
आरोपी ने बताया कि संपत्ति एवं अन्य बातों को लेकर मृतिका का उससे हमेशा झगड़ा होता था, जिससे परेशान होकर उसने मृतिका की हत्या करने की योजना बना डाली और 25-26 फरवरी की दरमियानी रात मृतिका की गला दबाकर हत्या कर दिया और मृतिका के इच्छानुसार शव को मेकाहारा ले जाकर मेडिकल कालेज को दान कर दिया. आरोपी को इस बात की जानकारी पूर्व से थी कि मेडिकल कालेज को दान दिए गए शव का पोस्टमार्टम नहीं किया जाता है, इसी बात का फायदा उठाकर आरोपी ने अपनी मां की हत्या कर दी. आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रही है.