पंजाब राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने पटियाला में 10 साल के एक बच्चे पर अत्याचार के मामले का संज्ञान लिया है. इस पूरे मामले में आयोग ने पटियाला एसएसपी और डीसी से रिपोर्ट मांगी है. आयोग के अध्यक्ष कंवरदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है. उन्होंने कहा कि गोद लेने की प्रक्रिया की जांच की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि उनकी टीम पटियाला जा रही है. मामले में नाबालिग अधिनियम की धाराएं लगाई गई हैं. इसके अलावा, कई विभागों से जवाब मांगे गए हैं.

बच्चे का चेहरा प्रेस से जलाया गया

पटियाला की ऋषि कॉलोनी में हाल ही में एक मामला सामने आया, जहां किराए के मकान में रहने वाली एक महिला ने अपने पास रखे 10 साल के लड़के, जसकरण, को बेरहमी से पीटा, उसे बिना छत वाले कमरे में बंद रखा और उसे यातनाएं दीं. महिला ने बच्चे का चेहरा प्रेस से जला दिया. पटियाला के अर्बन एस्टेट पुलिस स्टेशन ने महावरी पार्क जैतो की रहने वाली महिला मनी शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.

बच्चे को गोद लिया गया था

फरीदकोट से पटियाला आई मनी शर्मा ने एक साल पहले बच्चे को गोद लिया था. शुरुआत में, महिला ने उसे अपनी संतान की तरह प्यार देने का वादा किया, लेकिन बाद में वह उसे प्रताड़ित करने लगी. पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी महिला ने न केवल बच्चे का स्कूल में दाखिला करवाया, बल्कि उससे घरेलू काम भी करवाने लगी. जब बच्चा काम नहीं करता, तो उसे बेल्ट से पीटा जाता था. हालात तब और बिगड़ गए जब पड़ोसियों ने कुत्ते के भौंकने की शिकायत की, जिसके बाद महिला ने बच्चे की गर्दन पर गर्म प्रेस लगा दी.

बच्चे ने बताया कि वह इस महिला के साथ लंबे समय से रह रहा था और मूल रूप से हरीके पट्टन का रहने वाला है. उसके पिता ड्राइवर हैं और उसके दो छोटे भाई हैं, जिनमें वह सबसे बड़ा है. उसके पिता ने उसे मनी शर्मा की मां के पास यह कहकर छोड़ दिया था कि वह उसे पालने में असमर्थ हैं. चार दिन तक अपने पास रखने के बाद, महिला की मां उसे अपनी बेटी के पास पटियाला छोड़ गई और तभी से वह वहां रह रहा था.