प्रदीप मालवीय, उज्जैन। उज्जैन में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर पथराव का मामला सामने आया है। देवास रोड़ स्थित नालेज सिटी में दवा कंपनी को आवंटित जमीन को कब्जा मुक्त कराने गए पुलिस और राजस्व अमले पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया। इस दौरान दवा कंपनी के अधिकारियों से भी पुलिस की मौजूदगी में झूमाझटकी की गई। अमले के सामने कब्जाधारियों ने जहर खाने का भी प्रयास किया। नरवर पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ बलवा समेत शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।

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दवा कंपनी को दी गई है 30 बीघा जमीन

दरअसल, विक्रम उद्योगपुरी में दवा फैक्टरी के लिए सीम बायोटेक लाइफ साइंसेस कंपनी को शासन ने 30 बीघा जमीन आवंटित की है। यह जमीन पूर्व में जिन किसानों की थी। उन्हें शासन ने मुआवजा भी दे दिया है। लेकिन वर्तमान गाइड लाइन व सिंचित भूमि के अनुसार मुआवजे की मांग को लेकर कुछ लोगों ने न्यायालय की शरण में गए हैं। इसमें कोई स्टे भी नहीं है। इसके बाद शनिवार को राजस्व अमला जमीन का कब्जा दिलाने पहुंचा था। इसी दौरान वहां कब्जाधारियों ने पुलिस और राजस्व अमले से जमकर विवाद करते हुए पथराव कर दिया। घटना दो दिन पहले की है। आज कार्रवाई की गई है

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6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

राजस्व निरीक्षक जामगड़े के मुताबिक, सभी को विधिवत मुआवजा दिया जा चुका है। इन लोगों में से चार की याचिका निरस्त हो चुकी है। संबंधित लोगों ने अधिकारियों से झूमाझटकी भी की और जेसीबी पर भी पत्थर भी फेंके। इस मामले में पटवारी की तरफ से नरवर पुलिस को रिपोर्ट की गई है। जिसमें दिनेश चौधरी, कालूसिंह राजपूत, रमेश चौधरी, तेजराम चौधरी, बनेसिंह के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।

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ग्रामीणों ने करणी सेना के साथ सौंपा ज्ञापन

केस दर्ज होने के बाद आज ग्रामीणों ने करणी सेना के साथ पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें वर्तमान गाइड लाइन और सिंचित भूमि के अनुसार मुआवजा दिया जाए।

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