रायपुर: संविलियन,शासकीयकरण,सातवें वेतनमान सहित अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर के हजारों शिक्षाकर्मी एक बार फिर 5 सितंबर को सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे..छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी है. संघ ने शिक्षक दिवस को शिक्षक क्रांति दिवस के रुप में मनाने का निर्णय लिया है..इसके तहत प्रदेश के 1 लाख 80 हजार शिक्षाकर्मी अपने अपने जिला मुख्यालयों में सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करेंगे और मुख्यमंत्री के नाम अपने ज्ञापन कलेक्टरों को सौंपेंगे…
संघ के प्रदेशाध्यक्ष संजय शर्मा ने सरकार पर शिक्षाकर्मियों के साथ शोषण और उपेक्षापूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि शिक्षाकर्मियों के परिवार के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है..उन्होनें कहा है कि शिक्षा के पवित्र पेशे के बाद भी शिक्षकों को शिक्षक का सम्मान और वेतन-भत्ते नहीं दिये जा रहें हैं..22 वर्ष की सेवा के बाद भी उन्हें संविलियन और शासकीयकरण का लाभ नहीं दिया गया है,इससे प्रदेश भर के शिक्षाकर्मियों में सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश है…सरकार के ऐसे उपेक्षापूर्ण व्यवहार के खिलाफ संघ ने इस दिन को शिक्षक दिवस के बजाय शिक्षक क्रांति दिवस के रुप में मनाने का निर्णय लिया है.