सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। प्रदेश में एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच विश्वविद्यालय, महाविद्यालय में ऑफलाइन मोड में क्लास के साथ परीक्षा लिए जाने पर विद्यार्थियों ने सवाल उठाया है. वहीं विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार ने इस विषय पर शासन के निर्देश से बंधे होने की बात कही है.

कोरोना की तीसरी लहर में राजधानी रायपुर प्रदेश का हॉट स्पॉट बन गया है. इसके बावजूद ऑफलाइन परीक्षा लिए जाने से छात्र परेशान हैं. विद्यार्थी रवि साहू, विवेक कुमार, स्वाति मिश्रा कहते हैं कि हम परीक्षा से भाग नहीं रहे हैं, बल्कि यहाँ सुरक्षा का सवाल है. प्रदेश में कोरोना का भय नहीं होता तो क्या मंत्रालय और संचालनालय को बंद कर दिया जाता.

छात्रों ने कहा कि सरकार अपने महज एक-तिहाई कर्मचारियों को काम पर बुला रही है. बहुसंख्यक अधिकारी-कर्मचारी अपने घरों से काम कर रहे हैं, जबकि उनको प्राथमिकता से वैक्सीन का दोनों डोज लगवाया गया है. हम विद्यार्थी क्या कोई शक्तिमान हैं, जिन पर कोरोना का असर नहीं होगा. लेकिन अफसोस है कि हम पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

वहीं पं. रविशंकर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार गिरीशकांत पाण्डेय ने कहा कि हम अपने स्तर पर फ़ैसला नहीं ले सकते. शासन द्वारा जो फ़ैसला लिया जाएगा, उसका पालन किया जाएगा. पूर्व में जारी आदेशानुसार विश्वविद्यालय ऑफ़लाइन मोड़ में संचालित किया जा रहा है. परीक्षा भी ऑफ़लाइन मोड़ में ही ली जाएगी. इसके लिए समय-सारणी जारी कर दिया गया है.

बता दें कि 41 कॉलेज सेमेस्टर सिस्टम में संचालित हो रहे हैं, जहां 42,000 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. तीसरे सेमेस्टर के लिए परीक्षा 25 जनवरी से आरंभ है, वहीं प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा 10 फ़रवरी से है. दोनों सेमेस्टर में 21-21 हज़ार विद्यार्थी परीक्षा देंगे. इसके लिए 44 परीक्षा सेंटर बनाए गए हैं.