शब्बीर अहमद, भोपाल। शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेजों (Engineering college) में हिंदी (Hindi language) में पढ़ाई छात्रों को रास नहीं आ रहा है। प्रदेशभर में मात्र 25 छात्रों ने ही एडमिशन (admission) लिया है।
इंदौर के 3 कॉलेजों में 19 और इंजीनियरिंग कॉलेज उज्जैन में 6 विद्यार्थी हिंदी में बीटेक करने के लिए आगे आए हैं।
एआईसीटीई द्वारा इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी सहित 8 रीजनल लैंग्वेज में कराने के प्रयास किए जा रहे है।
एआईसीटीई से तीन कॉलेजों ने विभिन ब्रांच में बीटेक कराने के लिए मंजूरी ले रखी है। (engineering studies)
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बता दें कि पिछले सत्र में प्रश्न पत्र हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम (भाषा) में दिए गए थे। प्रश्न पत्र हिंदी में देने के बाद भी स्टूडेंट अंग्रेजी में उत्तर देते हैं। इससे एमपी सरकार की हिंदी में पढ़ाई योजना को समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। स्टूडेंट्स ही रूचि नहीं दिखा रहे हैं। एक जानकारी के मुताबिक हिंदी माध्यम में प्रवेश लेकर स्टूडेंट्स अंग्रेजी माध्यम में प्रश्नपत्र हल करते हैं।
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