बालकृष्ण अग्रवाल, गौरेला- शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण महाविद्यालय पेंड्रा में छात्रों से व्यवस्था शुल्क के नाम पर अवैध वसूली की शिकायत सामने आई है. साथ ही छात्राओं ने महाविद्यालय स्टॉप पर अभद्र व्यवहार एवं गाली-गलौच करने का आरोप लगाया है. छात्रों की शिकायत पर प्राचार्य ने इस मामले को पूर्व प्राचार्य का होना बताकर पल्ला झाड़ लिया. वहीं प्रशासनिक अधिकारी शिकायत मिलने के बाद पूरे मामले की विभागीय जांच कराने की बात कह रहे हैं.
गौरतलब है कि प्रशिक्षणार्थियों से हर वर्ष व्यवस्था शुल्क के नाम पर या कभी गद्दे, तकिए और तखत खरीदने को लेकर दो हजार से लेकर 5 हजार 500 तक की वसूली की गई .ये वसूली एक दो छात्रों के साथ नहीं बल्कि संस्था में हर वर्ष अध्ययन कर रहे 80 से ज्यादा छात्रों के साथ हुई. छात्रों ने आरोप लगाया कि एडमिशन लेते वक्त ही उनसे यह शुल्क लिया गया. उनसे कहा गया था कि अभी गद्दे तकिये और तखत के लिए पैसा नहीं है. जब सत्र खत्म होगा और सरकारी पैसे आएंगे तब आपको रुपए वापस कर दिए जाएंगे. ऐसा सभी छात्रों से 2 वर्ष के कोर्स में 2 बार लिया गया. लेकिन सत्र खत्म हुए 1 साल हो गए किसी को पैसे वापस नहीं किए गए. साथ ही नए छात्रों से भी वसूली कर ली गई.
मामले की शिकायत जब अनुविभागीय अधिकारी को हुई तो उन्होंने भी इस का औचक निरीक्षण किया, जिसमें उन्हें अनियमितता नजर आई. साथ ही उन्होंने कहा कि अवैध वसूली करने की शिकायत छात्रों ने की है, मैंने उनसे लिखित शिकायत मांगी उसके बाद जांच की जाएगी और विभाग को कार्यवाही के लिए भेजा जाएगा.
संस्था के प्राचार्य ने छात्रों से की जा रही अवैध वसूली की शिकायत पर पूरी तरह अनभिज्ञता जाहिर करते हुए इसे पुराने प्रिंसिपल का मामला कहकर खुद को मामले से अलग कर लिया. अब उनको पैसा वापस होगा या नहीं होगा इस पर जवाब नहीं दिया. वहीं 19 मार्च को बीपी एड  bp.ed की परीक्षाएं संपन्न होने के बावजूद प्रशिक्षण लेने आए शासकीय शिक्षकों को अब तक रिलीव नहीं किया, जबकि उनमें से कुछ शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में भी लग चुकी है.