दिलशाद अहमद, सूरजपुर. जिले के अन्रोखा गाँव में एक बेहद अमानवीय घटना सामने आई है. यहां एक शिक्षक ने अनुशासन का हवाला देकर स्कूल के सफाईकर्मी से आठ बच्चों का सिर मुंडवा दिया. इस घटना के बाद सभी छात्र सहमे हुए हैं और अब स्कूल ना जाने की बात कह रहे हैं. जब परिजनों के द्वारा इस बात की शिकायत स्थानीय थाने में की गई, तो पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ तो कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि उल्टा शिक्षक को बचाने के लिए पीड़ित बच्चों के परिजनों पर ही दबाव बनाने लगे.

तस्वीरों में दिखाई दे रहे मासूम बच्चे सूरजपुर के अन्रोखा गाँव के सरकारी स्कूल के छात्र हैं. इनके स्कूल के शिक्षक सचिन उपाध्याय ने इन सभी बच्चों का सर मुंडवा दिया. इन सभी छात्रों की गलती सिर्फ इतनी थी कि उन्होंने स्कूल की दीवारों पर कुछ लिख दिया था. इतनी सी बात शिक्षक को अनुशासनहीनता लगी और पूरे स्कूल के सामने उन्होंने स्कूल के ही सफाई कर्मी से सभी छात्रों के बाल मुंडवा दिए. इस घटना से सभी छात्र बेहद डरे हुए हैं और अब वे परीक्षा देने तक को तैयार नहीं हैं. छात्रो का आरोप है कि शिक्षक ने उन्हें धमकी भी दी थी कि यदि वे इस घटना के बारे में घर में बताएँगे, तो उन सभी छात्रों को फेल कर दिया जाएगा.

पीड़ित छात्र के परिजन पार्वती राजवाड़े का आरोप है ​कि घटना की जानकारी मिलने के बाद जब वे लोग स्थानीय भटगांव थाने में शिकायत करने पहुंचे, तो पुलिस ने कारवाई करने के बदले उन पर आरोपी शिक्षक से समझौता करने का दबाव डालने लगी और अनपढ़ परिजनों से सादे पेपर पर साइन भी करा लिया.

वहीं आरोपी शिक्षक सचिन उपाध्याय भी यह मान रहा है कि उन्होंने आवेश में आकर ऐसा कदम उठा लिया था, अब वे अपनी गलती मानते हुए माफ़ी मांग रहा है, जबकि भटगांव थाना प्रभारी प्रद्युम्न तिवारी को इसमें कुछ भी गलत नहीं लग रहा है और वे आरोपी शिक्षक का की पक्ष ले रहे हैं.

बहरहाल घटना के बाद से बच्चों में दहशत का माहौल है. आलम ये है कि अब ये बच्चे परीक्षा देने को भी तैयार नहीं हैं, जिसके चलते उनका भविष्य भी अब अंधकारमय दिखता नजर आ रहा है.